
राजस्थान/ बेरोजगारों के संघर्ष की जीत, इन पदों पर होगी भर्ती






राजस्थान सरकार दिवाली बाद प्रदेश में बंपर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। प्रदेश में 29 हजार से ज्यादा पदों के लिए भर्ती होगी। इनमें कंप्यूटर इंस्ट्रक्टर, ग्रेड सेकंड शिक्षक, प्रयोगशाला सहायक समेत 8 कैडर के करीब 29 हजार पदों पर दिसंबर में भर्ती कार्यक्रम जारी करने की तैयारी की जा रही है।
दरअसल, राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने शिक्षा विभाग में करीब 60 हजार नई भर्तियों का वादा किया था। इनमें से 31 हजार ग्रेड थर्ड शिक्षकों के पदों पर 26 सितंबर को परीक्षा का आयोजन हो चुका है। वहीं अब सरकार की ओर से करीब 29 हजार पदों के लिए नया खाका तैयार किया गया है।
एक और जहां सरकार की ओर से 29 हजार पदों पर नई भर्तियों को निकालने की तैयारी की जा रही है। वहीं अदालत में अटकी भर्तियों को भी सरकार ने पैरवी कर जल्द पूरा करने की तैयारी की है। इसके साथ ही लंबित चल रही शिक्षा विभाग की करीब 5 हजार पदों की भर्तियों को सरकार की ओर से निस्तारित करवाते हुए अधिकतर पदों पर नियुक्ति दी जा रही है। वहीं, अब 637 शारीरिक शिक्षक और वरिष्ठ अध्यापकों को भी जल्द ही नौकरी देने की तैयारी की जा रही है। ऐसे में सरकारी नौकरी की चाहत रखने वाले युवाओं को आने वाले वक्त में बड़ी राहत मिल सकती है।
बेरोजगारों के संघर्ष की जीत, इन पदों पर होगी भर्ती
- 10 हजार 157 पदों पर कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर
- 10 हजार पदों पर ग्रेड सेकंड शिक्षक
- 6 हजार पदों पर ग्रेड फर्स्ट शिक्षक
- 1 हजार पदों पर विशेष शिक्षक
- 461 पदों पर प्रयोगशाला सहायक ग्रेड थर्ड
- 461 पदों पर पीटीआई ग्रेड थर्ड
- 461 पदों पर पीटीआई ग्रेड सैकंड
- 460 पदों पर पुस्तकालय अध्यक्ष ग्रेड थर्ड
जो वादा किया पूरा करेंगे
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सरकार जनता से किए गए वादे के अनुरूप काम कर रही है। इसके तहत 31,000 शिक्षकों के पद पर जहां हाल ही में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। अगले कुछ दिनों में ही शिक्षा विभाग में लगभग 29,000 पदों पर नई भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ताकि प्रदेश के युवाओं को राजस्थान में ही रोजगार मुहैया हो सके।
बेरोजगारों के संघर्ष की जीत
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि प्रदेश के युवा पिछले लंबे समय से आंदोलनरत हैं। ऐसे में सरकार को लंबित भर्ती परीक्षाओं को जल्द से जल्द पूरा कर बेरोजगारों को नियुक्तियां देनी चाहिए। इसके साथ ही भर्ती परीक्षा को पारदर्शिता के साथ कराने के साथ ही परीक्षा में धांधली करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।


