
हॉस्पिटल पर कब्जा करने के मामले में बर्खास्त मंत्री नामजद, फाइल पहुंची सीआईडी सीबी






जयपुर ग्रामीण के गोविंदगढ़ इलाके में एनआईआर डॉक्टर के अस्पताल में कब्जा करने के एक मामले में बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा नामजद होने के बाद फाइल सीआईडी सीबी पहुंच गई हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक साल पहले गुढा के पीए और पीए के साले ने अफ्रीका में रह रहे डॉक्टर बनवारी लाल मील के अस्पताल बीएल मील अस्पताल पर कब्जा करने का प्रयास किया था। इस दौरान ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने कई लोगों को मौके से गिरफ्तार किया। जिस में राजेन्द्र गुढा के पीए दीपेन्द्र सिंह का साला अभय सिंह मौके से गिरफ्तार हुआ था। अभय सिंह से हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने बर्खास्त मंत्री गुढा के पीए दीपेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया। पुलिस के पास साक्ष्य हैं कि अस्पताल पर कब्जा बर्खास्त मंत्री करवा रहे थे जिस पर तीन दिन पहले फाइल को जयपुर रेंज आईजी के कार्यालय से पुलिस मुख्यालय सीआईडी सीबी को भेज दी हैं। गोविंदगढ़ के बलेखन गांव में अफ्रीका में रह रहे डॉक्टर बनवारी लाल मील का बीएल मील अस्पताल है। इस अस्पताल की पावर ऑफ अटॉर्नी मील ने मानसरोवर निवासी निर्मल कुमार को दे रखी थी। 20 अगस्त, 2022 को गोविंदगढ़ में अस्पताल में कब्जा करने के लिए बड़ी संख्या में अभय सिंह लठैत लेकर कब्जा करने आया था। पुलिस ने उस दौरान ग्रामीणों की मदद से 14 लोगों को अस्पताल पर कब्जा करने के मामले में गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान पुलिस ने गुढा के पीएस दीपेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया जिसके बाद जयपुर के एक बड़े बिल्डर सत्यनारायण गुप्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों से हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढा को भी इस मामले में आरोपी मानते हुए नामजद किया। क्यों की गुढा उस दौरान मंत्री थे और अब केवल एमएलए हैं इस लिए पुलिस ने फाइल को जांच के लिए सीआईडी सीबी को भेज दिया हैं। जानकार सूत्रों की माने तो पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी ने इस फाइल पर गुढा के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया हैं। जांच करने के बाद जल्द सीआईडी सीबी फाइल को दोबारा रेंज में भेज कर गुढा की गिरफ्तारी करने के आदेश दे सकती हैं।


