
राजस्थान सीएम का कोरोना को लेकर बडा फैसला, नही लगाई वैक्सीन तो होगी कार्रवाही






जयपुर।: राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गंभीर हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि पिछले कुछ समय से लापरवाही बढ़ गई है. इसमें हम राजनीतिक दलों की भी गलती है. चुनाव होते है,हमें हिस्सा लेना पड़ता है. इस बारे में तो भारत सरकार को फैसला करना है. वैक्सीनेशन अभियान की जिम्मेदारी अब केंद्र की नहीं हमारी है. गहलोत ने प्रदेश में वैक्सीनेशन अनिवार्य करने के संकेत दिए. वैक्सीन के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा. फिर वैक्सीन नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई हो सकती. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बूस्टर डोज के लिए केंद्र पर दबाव बनाना होगा. गहलोत ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज के बयान का जिक्र किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना मामले में राजस्थान कोई आंकड़ा नहीं छिपा रहा. पता नहीं सुप्रीम कोर्ट के जज ने क्यों टिप्पणी की? मुझे इस बात का बहुत दुख है. पता नहीं कौन कहां से रिपोर्ट पेश कर देता है? राजस्थान ने तो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से पहले कई फैसले किये. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मास्क व वैक्सीनेशन के लिए अभियान चलाया जाएगा. मास्क नहीं लगाने पर सख्ती की जाएगी. वैक्सीन नहीं लगाने पर योजनाओं के लाभ से रोका जा सकता.
: राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गंभीर हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि पिछले कुछ समय से लापरवाही बढ़ गई है. इसमें हम राजनीतिक दलों की भी गलती है. चुनाव होते है,हमें हिस्सा लेना पड़ता है. इस बारे में तो भारत सरकार को फैसला करना है. वैक्सीनेशन अभियान की जिम्मेदारी अब केंद्र की नहीं हमारी है. गहलोत ने प्रदेश में वैक्सीनेशन अनिवार्य करने के संकेत दिए. वैक्सीन के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा. फिर वैक्सीन नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई हो सकती. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि बूस्टर डोज के लिए केंद्र पर दबाव बनाना होगा. गहलोत ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज के बयान का जिक्र किया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना मामले में राजस्थान कोई आंकड़ा नहीं छिपा रहा. पता नहीं सुप्रीम कोर्ट के जज ने क्यों टिप्पणी की? मुझे इस बात का बहुत दुख है. पता नहीं कौन कहां से रिपोर्ट पेश कर देता है? राजस्थान ने तो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से पहले कई फैसले किये. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मास्क व वैक्सीनेशन के लिए अभियान चलाया जाएगा. मास्क नहीं लगाने पर सख्ती की जाएगी. वैक्सीन नहीं लगाने पर योजनाओं के लाभ से रोका जा सकता.
आपको बता दें कि राजस्थान में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर ओपन रिव्यू मीटिंग हुई. यह मीटिंग मुख्यमंत्री गहलोत की अध्यक्षता में हुई. एक्सपर्ट डॉक्टर्स के साथ ओपन रिव्यू मीटिंग हुई. सीएमआर पर वीसी के माध्यम से ओपन मीटिंग हो रही है. एक्सपर्ट डॉक्टर्स के साथ ओपन रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर इंतजाम जरूरी है. हो सकता है भविष्य में ऑक्सीजन, बैड की जरूरत पड़ जाए. आज तो अभी इसकी जरूरत नहीं. वैक्सीन को लेकर गंभीरता लानी होगी. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि आज शाम को या कल सुबह तक इस बारे में रिपोर्ट दे.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अभी देश में टेस्ट ही नहीं हो रहे. अगर टेस्ट होंगे, तो संख्या ज्यादा हो सकती है. हो सकता है अभी कई बिना लक्षण वाले पॉजिटिव हो. ऑमिक्रॉन के बारे में चिंता की जरूरत है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश में घबराहट पैदा हो गई. कल केंद्र की मीटिंग के बाद यह स्थिति है, हालांकि लगता है कि केंद्र पहले से ही कदम उठाना चाहता. दूसरे राज्य भी इस बारे में कदम उठा रहे. प्रदेश में 240 का फीगर आता, ये वह है जिनकी जानकारी मिल गई. देश में 10 फीसदी भी टेस्ट नहीं हो रहे. टेस्ट हो तो हो सकता है कि 700 से ज्यादा केस हो. जब टेस्ट ही नहीं किए, तो पता कैसे लगेगा?
कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर वैभव गालरिया ने प्रजेंटेशन दिया. राजस्थान में ओमिक्रॉन के 22 मामले, 17 जयपुर के सामने आए हैं. ऑस्ट्रेलिया और द. अफ्रीका में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा केस सामने आये है. अभी जयपुर में कुल 96 एक्टिव केस है. 1 नवंबर से 22 दिसंबर तक 863 केस आए. 90 फीसदी लोग वैक्सीन लगाने वाले, लेकिन ज्यादा खतरा नहीं. वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश में अभियान चलाया जाएगा. प्रतापगढ़ के बाद बूंदी में भी 100 फीसदी वैक्सीनेशन हो गया हैं.
आपको बता दें कि राजस्थान में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर ओपन रिव्यू मीटिंग हुई. यह मीटिंग मुख्यमंत्री गहलोत की अध्यक्षता में हुई. एक्सपर्ट डॉक्टर्स के साथ ओपन रिव्यू मीटिंग हुई. सीएमआर पर वीसी के माध्यम से ओपन मीटिंग हो रही है. एक्सपर्ट डॉक्टर्स के साथ ओपन रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर इंतजाम जरूरी है. हो सकता है भविष्य में ऑक्सीजन, बैड की जरूरत पड़ जाए. आज तो अभी इसकी जरूरत नहीं. वैक्सीन को लेकर गंभीरता लानी होगी. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि आज शाम को या कल सुबह तक इस बारे में रिपोर्ट दे.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अभी देश में टेस्ट ही नहीं हो रहे. अगर टेस्ट होंगे, तो संख्या ज्यादा हो सकती है. हो सकता है अभी कई बिना लक्षण वाले पॉजिटिव हो. ऑमिक्रॉन के बारे में चिंता की जरूरत है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश में घबराहट पैदा हो गई. कल केंद्र की मीटिंग के बाद यह स्थिति है, हालांकि लगता है कि केंद्र पहले से ही कदम उठाना चाहता. दूसरे राज्य भी इस बारे में कदम उठा रहे. प्रदेश में 240 का फीगर आता, ये वह है जिनकी जानकारी मिल गई. देश में 10 फीसदी भी टेस्ट नहीं हो रहे. टेस्ट हो तो हो सकता है कि 700 से ज्यादा केस हो. जब टेस्ट ही नहीं किए, तो पता कैसे लगेगा?
कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर वैभव गालरिया ने प्रजेंटेशन दिया. राजस्थान में ओमिक्रॉन के 22 मामले, 17 जयपुर के सामने आए हैं. ऑस्ट्रेलिया और द. अफ्रीका में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा केस सामने आये है. अभी जयपुर में कुल 96 एक्टिव केस है. 1 नवंबर से 22 दिसंबर तक 863 केस आए. 90 फीसदी लोग वैक्सीन लगाने वाले, लेकिन ज्यादा खतरा नहीं. वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश में अभियान चलाया जाएगा. प्रतापगढ़ के बाद बूंदी में भी 100 फीसदी वैक्सीनेशन हो गया हैं.


