
बीकानेर: मजबूत उम्मीदवार के चयन में फंसी कांग्रेस, इन सीटों पर करनी पड़ रही मशक्क्त





बीकानेर: मजबूत उम्मीदवार के चयन में फंसी कांग्रेस, इन सीटों पर करनी पड़ रही मशक्क्त
जयपुर। राज्य में दो दिन बाद विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, लेकिन अब तक कांग्रेस 95 विधानसभा सीटों पर ही उम्मीदवार उतार सकी है। अभी उम्मीदवार की घोषणा उन्हीं सीटों पर की गई है, जहां ज्यादा विवाद नहीं था। लेकिन अब शेष सीटों के लिए कांग्रेस को चयन में मशक्कत करनी पड़ रही है। करीब 30 सीटों पर उम्मीदवार चयन में नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। भाजपा ने जिन 7 विधानसभा सीटों पर सांसदों को उम्मीदवार बनाया है। उनमें से चार सीटों पर कांग्रेस अब तक उम्मीदवार चयन प्रक्रिया पूरी नहीं कर सकी है। कुछ सीटों पर तो कांग्रेस को मुकाबले के लिए मजबूत उम्मीदवार चयन के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी रही है। भाजपा ने 7 विधानसभा सीटों पर सांसदों को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस यहां मुकाबले के उम्मीदवार चयन को लेकर अब तक प्रक्रिया पूरी नहीं कर सकी है। जबकि भाजपा ने सबसे पहले यहां उम्मीदवार घोषित किए थे। इसके बाद कांग्रेस की 3 सूचियां जारी हो चुकी हैं। कांग्रेस को मंत्री हेमाराम चौधरी के चुनाव लड़ने से इनकार करने की वजह से गुढ़ामलानी में उम्मीदवार को लेकर दिक्कत है। ऐसी ही स्थिति सांगोद विधायक भरतसिंह के इनकार के चलते नए उम्मीदवार के नाम पर खींचतान है। बहरोड़ में भी कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं है। यहां से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव गत चुनाव में जीते थे। लेकिन वे कांग्रेस से टिकट के इच्छुक नहीं है। यादव ने अपनी नई पार्टी बना ली है। ऐसे में अब कांग्रेस को यहां भी जिताऊ चेहरे की तलाश में परेशानी हो रही है। अलवर शहर सीट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सर्वे में सबसे ऊपर हैं, लेकिन उनके अब तक इनकार के चलते दूसरे चेहरे के लिए मंथन चल रहा है। मालपुरा में टिकट के लिए पूर्व मंत्री चन्द्रभान व पूर्व जिलाध्यक्ष रामविलास व अन्य कुछ में टकराव है। शिव सीट पर भी वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक व अन्य बड़े नेताओं में खींचतान है। पीपल्दा विधायक सीट बदलने की जुगत में बताए जा रहे हैं। इससे यहां भी परेशानी आ रही है। बीकानेर पूर्व में भी कांग्रेस को मजबूत उम्मीदवार की तलाश है।


