
बीकानेर की राजनीति में धीरे-धीरे अर्जुन मय होती भाजपा






-कुशाल सिंह मेड़तिया
बीकानेर। पिछले लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो जहां अर्जुनराम मेघवाल के हर विधानसभा क्षेत्र से सभी लोग नाराज थे, अलग-अलग धड़ो में बंटे हुए नजर आ रहे थे। लेकिन बीते कुछ सालों में अब नजारा अलग नजर आने लग गया। जो नेता बड़े-बड़े होर्डिंग्स में केंद्रीय मंत्री मेघवाल की फोटो लगाने से भी परहेज करते थे, अब वही नेता मंत्री जी की फोटो लगा रहे है। अर्जुन राम मेघवाल अब बीकानेर ही नहीं संभाग में कद्दावर नेता के रूप में स्थापित हो चुके हैं। भाजपा की परिवर्तन यात्रा में यह बात सार्थक होती नजर आई क्योंकि कल तक जो लोग या जो नेता देवी सिंह भाटी का दामन थामे बैठे हुए थे वह भी अब धीरे-धीरे अर्जुन राम खेमे में दिखाई देने लगे है। परिवर्तन यात्रा का स्वागत करने में जहां सुरेंद्र सिंह शेखावत ने अपनी पूरी ताकत दिखाई, युवा नेता दिलीप पुरी और महावीर रांका ने भी कोई कमी नहीं रखी। वहीं दूसरी तरफ बीकानेर महापौर भीड़ जुटाना में बिल्कुल फेल साबित हुई, विधायक सिद्धि कुमारी भी स्वागत सत्कार में नजर नहीं आई, लेकिन यह दोनों ही नेता रथ पर सवार जरूर नजर आए। कल की भीड़ को दिखाकर इन तीनों नेताओं ने अपने दावेदारी को मजबूती के साथ पेश किया। वहीं पूर्व विधानसभा क्षेत्र से टिकट की उम्मीद में बैठी महापौर भीड़ जुटाने में बिल्कुल नाकाम साबित हुई। पार्टी के सूत्रों के अनुसार आलाकमान भी इस बात से नाराज नजर आए। नगर निगम में भाजपा का बोर्ड होने के बावजूद भी भीड़ नहीं जुटनी भी चर्चा का विषय रही। बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में भी नजारा कुछ ऐसा ही रहा। यहां भी दावेदारों की लंबी सूची होने के बावजूद जनसभा में वो भीड़ नहीं दिखी जितनी उम्मीद की जा रही थी। जबकि कार्यक्रम भी शहर के अंदरूनी हिस्से में रखा गया था।


