
बीकानेर अलवर समेत इन 12 जिलों में बारिश का अलर्ट






बारिश से किसानों को राहत
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में पिछले 15 दिन से सूखे जैसी स्थिति बनी हुई थी। इस कारण पश्चिमी राजस्थान के 9 जिलों जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, नागौर और चूरू में 93 लाख हेक्टेयर में खड़ी खरीफ की फसल के खराब होने की आशंका बढ़ गई थी।कृषि विशेषज्ञों ने पिछले दिनों अलर्ट जारी करते हुए यहां के किसानों को जल्द सिंचाई की व्यवस्था करने का सुझाव दिया था। अब बारिश होने से यहां किसानों को फायदा मिला है। यहां अधिकांश जगहों पर फसलें पूरी तरह बारिश पर ही निर्भर हैं।इसलिए हुई बारिश
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बना लो-प्रेशर सिस्टम जो अभी छत्तीसगढ़ पर एक्टिव है, उससे मध्य भारत के राज्यों में नमी बढ़ी है। मानसून ट्रफ लाइन वर्तमान में गंगानगर, नारनौल, ग्वालियर होते हुए छत्तीसगढ़ होकर बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है।सेंट्रल पाकिस्तान के ऊपर भी एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। इन तीनों सिस्टम के कारण राजस्थान के पूर्वी हिस्सों के साथ-साथ पश्चिमी हिस्सों में भी बारिश की गतिविधियां शुरू हुई हैं।राज्य में अब तक 23 फीसदी ज्यादा बरसात
राजस्थान में मानसून की स्थिति देखें तो अब तक सामान्य से 23 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। मानूसन रिपोट्र्स के मुताबिक 1 जून से 20 अगस्त तक राजस्थान में औसत बारिश 326.7MM होती है, जबकि इस सीजन में अब तक 402.1MM बारिश हो चुकी है। पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में फिलहाल बारिश सामान्य से 61 फीसदी ज्यादा है, लेकिन पूर्वी राजस्थान के 23 जिलों में बारिश औसत से केवल 1 फीसदी ही ज्यादा है।


