
अर्ध घुमंतु प्रमाण पत्र में राईका और देवासी को शामिल नहीं करने का विरोध, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी





खुलासा न्यूज, बीकानेर। अर्धघुमंतु प्रमाण पत्र में राईका और देवासी नाम शामिल नहीं करने और उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभों से वंचित करने के विरोध में आज राईका व देवासी समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर विरोध-प्रदर्शन किया। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी शामिल हुए। इन लोगों ने बताया कि हाल ही में अर्ध घुमंतु जाति प्रमाण पत्र जारी किये जा रहे है, लेकिन सरकारी आदेश में हमारे समाज के लिए केवल रेबारी लिखा हुआ है, जबकि हमारी जाति रेबारी, देवासी और राईका नाम से जानी जाती है। सरकार की इस गलती के कारण पूरे प्रदेश में अभी देवासी और राईका सरनेम वाले प्रमाण पत्र नहीं बन रहे। समाज का 80 प्रतिशत भाग अपने नाम के साथ राईका और देवासी लगाता है। इसका परिणाम यह हुआ कि समाज का इस बहुमत भाग को इस योजना से वंचित कर दिया गया। यह सरकार का समाज के प्रति बहुत बड़ा अन्याय और अपमान है। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने बताया कि बीकानेर के पूगल तहसीलदार ने तो पहले रेबारी नाम से प्रमाण पत्र बनाये और फिर उन्हें निरस्त कर दिया। यह समाज का घोर अपमान है। सरकार मनमानी तरीके से काम कर रही है और उसे समाज की भावनाओं के प्रति तनिक भी परवाह नहीं है। लोगों ने कहा कि सरकार गलतियों को ठीक करने की बजाय गलती पर गलती कर रही है। आज पूरा समाज आंदोलन कर रहा है, पूगल तहसीलदार के अपमाजनक कदम का विरोध करने के लिए उनके आदेश के प्रति की होली जलाएगा। प्रदर्शन करने वालों ने मांग की कि सरकार तुरंत आदेश निकालकर रेबारी, देवासी और राईका नाम को शामिल करें, उनको पट्टा जारी करने की योजना के लिए आवेदन तिथि को अगले तीन महने तक बढ़ाया जाए ताकि राईका और देवासी नाम से बने प्रमाण पत्र वाले भी आवेदन कर सके। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पूगल तहसीलदार के आदेश को तुरंत वापस लिया जाए और समाज से अपमान के लिए मांफी मांगी जाए। यदि सरकार इन गलतियों को तुरंत ठीक नहीं करती है तो आंदोलन का विस्तार करेंगे , जिसके परिणाम के लिए सरकार जिम्मेदारी होगी।


