
रेल का निजीकरण आमजन की जेब पर डाका,विरोध में उतरे रेलकर्मी






खुलासा न्यूज,बीकानेर। भारतीय रेलवे मजदूर संघ एवं भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ, बीआरएमएस के आह्वान पर रेलवेकर्मियों द्वारा मंगलवार संघर्ष दिवस के मौके पर निजीकरण/निगमीकरण बंद करो की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सुबह वर्कशॉप पर तथा दोपहर को डीआरएम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर आओ मिलकर जोर लगाएं-रेल बचाएं देश बचाएं के नारे लगाएं। उत्तर-पश्चिम रेलवे कर्मचारी संघ के मंडल मंत्री हनुमान सिंह राव ने रेल के निजीकरण से रेलकर्मियों को जितना घाटा होगा उससे ज्यादा आम लोगों को घाटा होगा। क्योंकि रेल यूजर्स को हर चीज के लिए पेमेंट देना होगा। जिसका दबाव उनके जेब पर पड़ेगा। नए लोगों को रेलवे में नौकरी नहीं मिल पाएगी। क्योंकि सरकार कर्मचारियों की संख्या घटाने पर शिद्दत से विचार कर रही है। रेल सबसे बड़ा नियोक्ता है लेकिन सरकार के इस कदम से बेरोजगारों की फौज में इजाफा होगा। जिस पर आम जनता को सोचने की जरुरत है। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि केंद्र सरकार हमारी मांग पर गम्भीरता से विचार कर अपने फैसले में बदलाव नहीं करेगी तो रेलकर्मी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने पर मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि पांच बजे लालगढ़ रेलवे स्टेशन और शाम 6 बजे बीकानेर रेलवे स्टेशन पर रेलवेकर्मियों द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।


