निजी स्कूलों की तरफदारी व्याख्याता को पड़ी भारी
सीकर के खंडेला में पदस्थापित व्याख्याता को निदेशक ने किया निलम्बित
बीकानेर। विद्यालय में अधिकांश समय मोबाइल पर लगे रहने, निर्वाचन संबंधी गलत सूचना देने, शिक्षिका से अच्छा व्यवहार नहीं करने सहित कई संगीन आरोपों के चलते खंडेला सीकर के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में पदस्थापित अंग्रेजी व्याख्याता गीगाराम गुर्जर को शिक्षा निदेशक ने निलम्बित कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक नथमल डिडेल ने बताया कि निलम्बन काल में व्याख्याता गुर्जर का मुख्यालय निदेशालय किया गया है।
आरोपों की लगी झड़ी
शिक्षा निदेशक ने बताया कि व्याख्याता गीगाराम के खिलाफ लम्बे समय से शिकायतें मिल रही थी। उन पर विद्यार्थियों को बरगलाने, विद्यार्थियों को राजकीय विद्यालय से पलायन के लिए उकसाने, निजी विद्यालयों में प्रवेश के लिए प्रेरित करने, कक्षा में बहुत कम पढ़ाने तथा विद्यार्थियों को फेल करने की धमकी देने, शिक्षा का माहौल दूषित करने, बाल सभा में उपस्थित न होकर अनुशासनहीनता करने, बिना सूचना के विद्यालय से गायब रहने, अधिकांश समय विद्यालय में मोबाइल पर बातें करने के आरोप है। इसके अलावा विद्यालय समय से पूर्व चले जाने, निर्चाचन संबंधी कार्य में लगे होने की गलत सूचना देने, शिक्षिका से अच्छा व्यवहार नहीं करने व शैक्षिक कार्यों के प्रति लापरवाही करने के आरोप है।
नौकरी का झांसा देकर रुपए ठगे
निदेशक द्वारा जारी किए गए निलम्बन आदेश में व्याख्याता गीगाराम गुर्जर पर नौकरी का झांसा देकर रुपए हड़पने संबंधी शिकायत पर खंडेला थाने में दर्ज एफआईआर का जिक्र किया गया है। निदेशक ने कर्तव्य निवर्हन के प्रति घोर लापरवाही बरतने, शैक्षिक माहौल दूषित करने के कारण राजस्थान असैनिक सेवाएं (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम १९५८ के नियम १३ के अंतर्गत व्याख्याता को निलम्बित किया है।