
हीटवेव शुरू हो चुकी है, मरीजों को गर्मी से राहत देने के लिए अब जागे हैं प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी







खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में प्रचखड गर्मी पड़ रही है। हीटवेव का दौर शुरू हो चुका है। वहीं, इस भीषण गर्मी व हीटवेव में पीबीएम के बच्चा अस्पताल में पहुंचने वाला कोई मरीज व उनके परिजन परेशान नहीं है, इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी की अब नींद खुली है। यह नींद गर्मी शुरू होने से पहले खुल जानी चाहिए थी। लेकिन कहते हैं कि गहरी नींद में सोये हुए व्यक्ति को जगाना पड़ता है, ठीक उसी तरह चिकित्सा सचिव के दौरे ने शायद प्राचार्य को नींद से जगाने का काम किया है। अगर चिकित्सा सचिव बीकानेर नहीं आते तो शायद प्राचार्य की नींद खुलती भी नहीं।
दरअसल, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज और पीबीएम अस्पताल मे चिकित्सा शिक्षा सचिव के दौरे और मैराथन बैठक के बाद बुधवार को प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी ने कॉलेज सभागार मे शिशु औषध विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक के दौरान विभागाध्यक्ष शिशु औषध विभाग, पीबीएम उप अधीक्षक, यूनिट हैड्स, विभागीय नोडल अधिकारी, फ्लैगशिप योजनाओं के नोडल अधिकारी, आईटी विभाग के अधिकारी तथा एमबीए होल्डर व्यवस्थापक आदि उपस्थित रहे। बैठक के दौरान प्राचार्य डॉ. सोनी ने ईएमडी प्रभारी डॉ. जितेंद्र आचार्य को हीट वेव के दौरान अस्पताल मे सभी एसी, कूलर, पंखें, वायर्स आदि को तुरंत प्रभाव से ठीक करवाने तथा खुले पड़े वायर्स को दो दिन में सही करवाने के निर्देश दिये। मरम्मत योग्य कूलर, पंखें आदि की मरम्मत करवाये जाने की हिदायत दी। जबकि ये काम तो गर्मी का सीजन शुरू होने से पहले हो जाने चाहिए थे, अब भीषण गर्मी में अव्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा और जब तक सुधार नहीं होगा तब तक मरीज व उनके साथ आए परिजन गर्मी से परेशान होते रहेंगे। ऐसे में सवाल यह है कि प्राचार्य ने अपने पद व कार्य की जिम्मेदारी समझी क्यों नहीं? यहां के सबसे बड़े पद पर विराजमान डॉ. गुजन सोनी को अस्पताल की व्यवस्थाओं के लिए क्या जयपुर से किसी को आकर कहना पड़ेगा? अगर प्राचार्य जैसे व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी बतानी पड़ेगी तो बाकियों के साथ भी ऐसा ही करना पड़ेगा?


