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राजस्थान में गृहिणी को 2000 रुपए मासिक मदद की तैयारी

बीकानेर कांग्रेस सरकार राजस्थान में 10 महीने बाद होने वाले चुनावों में अपनी स्थित मजबूत करने के लिए प्रत्येक गृहिणी को 2000 रुपए मासिक का गृह लक्ष्मी उपहार दे सकती है। कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए यह एक ऐसा ट्रम्प कार्ड निकाला है, जिससे वो घर-घर अपना संदेश पहुंचा सकेगी। इस संबंध में 20 जनवरी को कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात कर विस्तृत चर्चा करेंगे।
चुनावी राजनीति में आम परिवारों को आकर्षित करने के लिए यह ट्रम्प कार्ड राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के थिंक टैंक ने सुझाया है, जिसे कनार्टक चुनावों के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जारी भी कर दिया है। वहां कन्नड़ भाषा में इसका नाम ना नायिका गृह लक्ष्मी दिया गया है। प्रियंका की इस पहल को राहुल गांधी ने भी सराहा है। प्रियंका ने वादा किया है कि कांग्रेस सरकार बनने पर कर्नाटक में इस वादे को लागू किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने हाथों-हाथ इस फैसले को लागू करने के लिए मंगलवार को एक कमेटी भी बना दी है।
सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से सीएम गहलोत लगातार सामाजिक सुरक्षा और आम परिवारों की आर्थिक मदद करने पर जोर दे रहे हैं। वे इस स्कीम को राजस्थान में भी लागू करेंगे। हाल ही उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल के कहने पर तुरंत ही रसोई गैस के सिलेंडर के दाम 500 रुपए प्रति सिलेंडर करने और बजट में आम परिवारों को एक किचन किट देने की घोषणा की थी। ऐसे में वे गृहलक्ष्मी योजना को भी आगामी बजट में स्थान दे सकते हैं।
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भास्कर को बताया कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी की कोई भावना होती है या नया आइडिया आता है तो वो कांग्रेस के थिंक टैंक के विस्तृत विचार के बाद ही आता है। गृहलक्ष्मी योजना के तहत आम-साधारण परिवारों को मदद करने की भावना है। जिस तरह से देश में महंगाई की मार है, उसका सबसे ज्यादा प्रभाव गृहिणियों के बजट पर पड़ी है। पूरे देश में कांग्रेस चाहती है कि लोगों की मदद हो। राजस्थान से पहले कर्नाटक में चुनाव हैं। इस वर्ष के अंत में राजस्थान में चुनाव है, तो हमें इस आइडिया को भी देखना ही है। मैं इस विषय में सीएम गहलोत से 20 जनवरी को विस्तृत चर्चा करूंगा। सीएम गहलोत ने जो ओपीएस राजस्थान में लागू की आज वो देश के बहुत से राज्य अपना रहे हैं। आगे भी कांग्रेस का कोई अच्छा आइडिया होगा तो सभी जगह शेयर किया जाएगा।
रंधावा ने आगे बताया कि पंजाब में सत्ता में आने से पहले आप पार्टी ने इसी योजना के तहत एक हजार रुपए मासिक प्रत्येक वयस्क स्त्री 18 वर्ष से ज्यादा आयु की को देने का वादा किया था, लेकिन वो पार्टी अपना वादा नहीं निभा रही। कांग्रेस जो वादा करती है, उसे सदा निभाती है।
ओल्ड पेंशन स्कीम भी प्रियंका गांधी ने ही उत्तरप्रदेश चुनावों में लागू करने का वादा किया था। उसके बाद सीएम गहलोत ने अपने बजट में ओपीएस लागू करने की घोषणा की।
ओल्ड पेंशन स्कीम भी प्रियंका गांधी ने ही उत्तरप्रदेश चुनावों में लागू करने का वादा किया था। उसके बाद सीएम गहलोत ने अपने बजट में ओपीएस लागू करने की घोषणा की।
ओपीएस की घोषणा भी सबसे पहले प्रियंका गांधी ने की थी
ओल्ड पेंशन स्कीम जो राजस्थान सरकार ने मार्च-2022 में लागू की थी, वो आज देश भर में चर्चा का विषय बन गई है। यह योजना कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र 2018 में शामिल नहीं थी। इसे सबसे पहले उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनावों (फरवरी-2022) में प्रियंका गांधी ने लागू करने का वादा किया था। तब वहां समाजवादी पार्टी ने भी इसे लागू करने का वादा किया था। हालांकि वहां कांग्रेस सत्ता में नहीं आई, लेकिन उसके बाद इसे सीएम गहलोत ने मार्च-2022 में राजस्थान में लागू किया।
क्या है गृह लक्ष्मी योजना
राजस्थान से राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला इन दिनों कांग्रेस के कनार्टक प्रभारी हैं। प्रियंका ने उन्हें निर्देश दिए हैं कि कर्नाटक में सरकार बनने पर बिना एक भी दिए गवाएं इस वादे को लागू करना है। सुरजेवाला स्थानीय नेताओं के साथ मिलककर अब इस स्कीम के प्रचार में जुट गए हैं।
प्रत्येक गृहिणी विवाहित या एकल नारी को 2000 रुपए मासिक की आर्थिक मदद मिलेगी
इसमें वे गृहणियां ही पात्र होंगी जो किसी तरह की सरकारी नौकरी या बड़ी प्राइवेट नौकरी-बिजनेस आयकर देने वाली नहीं करती हों
किसी भी तरह की सरकारी सेवा से पेंशन
रिटायर्ड प्राप्त नहीं हो रही हो
राशि सीधे उनके बैंक एकाउंट में जाएगी, जो आधार और पैन कार्ड से लिंक रहना जरूरी है, ताकि कोई गैर वाजिब ढंग से पात्र ना बने
इस तस्वीर की ही तरह यह स्कीम राजस्थान की गृहणियों के चेहरों में मुस्कान ला सकती है।
राजस्थान में लागू हो तो कितनी गृहणियां पात्र हो सकती हैं
राजस्थान की जनसंख्या लगभग सात करोड़ हैं, जिनमें से लगभग साढ़े तीन करोड़ स्त्रियां हैं। इनमें से गृहणिया की संख्या लगभग एक करोड़ हैं। इनमें से सरकारी नौकरी या आयकर देने वाली स्त्रियों की संख्या 5 से 10 प्रतिशत हैं। ऐसे में इस स्कीम के तहत 90-95 लाख गृहणियां पात्र हो सकती हैं। जिन्हें एक हजार से दो हजार रुपए प्रतिमाह की आर्थिक मदद दी जा सकती है। सरकार चाहे तो इस राशि को और भी ज्यादा कर सकती है। सीएम गहलोत से 20 जनवरी को प्रदेश के प्रभारी रंधावा की मुलाकात के बाद संभवत: वित्त विभाग के स्तर पर आर्थिक भार का आंकलन और प्रबंधन संबंधी रिपोर्ट मांगी जा सकती है।
राजस्थान वर्तमान में एक करोड़ लोग हैं सामाजिक पेंशन पाने वाले
राजस्थान में वर्तमान में एक करोड़ लोग जिनमें बुजुर्ग स्त्री-पुरूष, विकलांग, अनाथ आदि शामिल हैं। उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रति माह मिलती है। यह पेंशन राशि 750 रुपए से 1500 रुपए मासिक तक है। हाल ही सीएम गहलोत ने इस राशि को दुगुना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आर्थिक सहयोग मांगा है। सीएम गहलोत ने पत्र लिखकर उनसे सामाजिक पेंशन योजना पूरे देश में लागू करने की मांग भी की है।

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