
अस्पताल में गर्भवता महिला घंटों पीड भोगती रही,नर्सिग स्टाफ की संवेदनहीनता आई सामने






बीकानेर। महाजन. एक तरफ गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए केंद्र व राज्य सरकार विभिन्न योजनाएं चलाकर राहत देने का प्रयास कर रही है। दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में स्टाफ की मनमानी व अनदेखीके कारण प्रसूताओं को पीड़ा भोगनी पड़ रही है। कुछ ऐसा ही मामला रविवार रात को अरजनसर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया। यहां नर्सिंग स्टाफ की संवेदनहीनता के चलते एक प्रसूता एक घंटे तक अस्पताल के बाहरएक ढाबे पर प्रसव वेदना झेलती रही। आखिर कुछ जागरूक लोगों ने 108 एंबुलेंस को बुलाकर प्रसूता को महाजन अस्पताल में भर्ती करवाया।
जानकारी के अनुसार अरजनसर निवासी ममता बावरी को प्रसव पीड़ा होने पर उसकी मां मुकेश देवी रविवार शाम करीब सात बजे अपनी बेटी को लेकर अरजनसर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। अस्पताल में करीब डेढ़-दो घंटे बाद नर्सिंग स्टाफ ने प्रसूता में खून की कमी बताते हुए रेफर कार्ड बनाकर महाजन या राजियासर जाने का कहकर पल्ला झाड़ लिया, लेकिन इस गरीब परिवार की मां-बेटी के पास एक पैसा भी नहीं था। अस्पताल प्रशासन नेप्रसूता के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करवाना भी उचित नहीं समझा, जिससे प्रसूता अपनी मां के साथ एक घंटे तक अस्पताल के बाहर एक ढाबे पर प्रसव वेदना झेलती पड़ी रही। आखिर कस्बे के कुछ जागरूक लोगों ने महाजन से108 एंबुलेंस को मंगवाकर प्रसूता को महाजन अस्पताल में भर्ती करवाया।
महाजन में हुआ सुरक्षित प्रसवजिस प्रसूता में खून की कमी बताकर प्रसव अरजनसर अस्पताल में नहीं करवाया गया। उस प्रसूता का महाजन अस्पताल में भर्ती करवाते ही कुछ ही मिनटों में नर्सिंग स्टाफ ने सुरक्षित प्रसव करवाया। नर्सिंग स्टाफ ने बताया किजच्चा व बच्चा दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ है। यहां एएनएम सुनीता ने प्रसूता व उसकी मां के लिए रात को नाश्ते की व्यवस्था अपने स्तर पर करवाई।जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे
मामले की जानकारी मिली है। जांच करवाकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
डॉ अबरार अहमद, जिला चिकित्सा अधिकारी बीकानेर।
जांच आदि की व्यवस्था नहीं
प्रसूता में खून की कमी थी। साथ ही हमारे पास जांच आदि की व्यवस्था नहीं है। इस कारण अरजनसर अस्पताल में प्रसव नहीं करवाया गया।
डॉ गणेश जीनगर, प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अरजनसर।
