
अंधड़ से टूटी बिजली लाइन, चरवाहा चपेट में आया, मौके पर दर्दनाक मौत






हनुमानगढ़। पल्लू तहसील क्षेत्र के गांव बिसरासर से केलनिया गांव जाने वाले कच्चे रास्ते पर गांव से एक किलोमीटर दूर रोही में 11 केवी लाइन के टूटे तार की चपेट में आने से एक चरवाहा सहित चार भेड़ों की करंट लगाने से मौत हो गई। बिसरासर सरपंच प्रतिनिधि आदराम मुहाल ने बताया कि सोमवार रात को आए आंधी तूफान की वजह से 11 केवी लाइन का तार टूट कर नीचे गिर गया। उससे कुछ दूरी पर स्थित ढाणी में रहने वालों ने दिन में तीन-चार बार कॉल कर विद्युत निगम के जेईएन को टूटे तार से अवगत करवाया परंतु कोई भी अभियंता व कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा और ना ही टूटा तार सही हुआ। शाम को एक चरवाहा अपनी भेड़ों को चराता हुआ वहां पहुंचा और टूटे तार में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आ कर अकाल मौत का शिकार हो गया। इस दौरान करंट की चपेट में आने से चार भेड़ों की भी मृत्यु हो गई। हादसे की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में बिसरासर व केलनिया गांव के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस व प्रशासन को अवगत करवाया। थाना प्रभारी संतोष, तहसीलदार उमा मित्तल, हल्का पटवारी सहित कई जन प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। मृतक चरवाहे की पहचान धुड़ाराम (25) पुत्र दीपाराम नायक निवासी धीरदेसर तहसील पल्लू के रूप में हुई।
चिकित्सालय के बाहर धरना शुरू
करंट से चरवाहे की मृत्यु की खबर से जहां बिसरासर व केलनिया गांव के ग्रामीण, थाना प्रभारी संतोष, तहसीलदार उमा मित्तल सहित पूरा अमला मौके पर पहुंच गया परंतु विद्युत निगम का कोई भी कर्मचारी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचने से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और शव उठाने से मना कर दिया। सरपंच प्रतिनिधि आदराम मुहाल ने बताया कि विद्युत निगम की लापरवाही से पहले भी बिसरसर गांव में लाखों रुपये का नुकसान हुआ था। इस बार भी बार-बार कॉल करने के बावजूद भी कोई कर्मचारी मौके पर आकर टूटे तार को सहीं नहीं कर पाया। इससे विद्युत निगम की बहुत बड़ी लापरवाही रही। प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने शव को राकीय चिकित्सालय में रखवा दिया और चिकित्सालय के बाहर धरना आरंभ कर दिया। ग्रामीण पचास लाख रुपए मुआवजा और कनिष्ठ अभियंता के निलम्बन की मांग कर रहे हैं। धरने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
बहुद दुखद हादसा , करवाएंगे निष्पक्ष जांच
– पल्लू के पास करंट लगने से एक ग्रामीण की मौत होना बहुत दुखद हादसा है। मृतक के परिवार के प्रति हमारी गहरी संवदेना है। पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा। घटना की निष्पक्ष जांच करवाएंगे, यदि कोई विभागीय अधिकारी-कर्मी दोषी है तो नियमानुसार कार्रवाई भी होगी। भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसके लिए भी पुख्ता प्रयास करेंगे।
– केके कस्वा, अधीक्षण अभियंता, विद्युत निगम, हनुमानगढ़।


