
बीकानेर के अधिवक्ताओं के साथ पुलिस ने की मारपीट, एसपी बोली नाकाबंदी तोडक़र भागे थे







बीकानेर पुलिस कर्मचारियों पर अधिवक्ता के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। अधिवक्ता ने नापासर एसएचओ व सात-आठ अन्य पुलिस कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया। वहीं दूसरी ओर बार एसोसिएशन ने नेतृत्व में अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम से मिला और उन्हें ज्ञापन देकर दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
ऊंट उत्सव से लौटते समय हुई वारदात
वैध मघाराम कॉलोनी निवासी मोहम्मद सबीर उर्फ समीर ने बताया कि वह पेशे से अधिवक्ता है। 14 जनवरी को वह अपने मिलने वाले मोहन सिंह, रामचन्द्र , गुरमीत सिंह व बच्चों के साथ कार में रात को लगभग साढ़े दस बजे ऊंट उत्सव देखकर रायसर से बीकानेर आ रहा था।
सांगवा होटल के पास पुलिस की गाडिय़ों ने उनकी कार को रुकवाया। पीछे पुलिस अधीक्षक बीकानेर का वाहन भी आ रहा था। पुलिस गाडिय़ों में चार-पांच पुलिस कर्मी अपने वाहनों से उतरकर कार के पास आए एवं आते ही कहा कि यह कार रामचंद्र खिलेरी की है, इसमें रामचन्द्र खिलेरी कहां है।
हमने कहा कि रामचन्द्र खिलेरी को हम नहीं जानते, ना ही रामचन्द्र खिलेरी नाम का व्यक्ति हमारे साथ है। इसके बावजूद पुलिसकर्मियोंने थाप-मुक्कों व बेल्ट से मारपीट करनी शुरू कर दी एवं फोन करके नापासर पुलिस को बुलवा लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि थानाधिकारी ने पुलिसकर्मियों को मारपीट करने के लिए प्रेरित किया। बाद में हवालात में बंद कर दिया। पुलिस ने धारा 107, 151 की कार्रवाई की। कार जब्त कर ली। मोबाइल जब्त कर लिया। घर वालों से बात नहीं करने दी।
बार एसोसिएशन ने जताया विरोध
घटना का बार एसोसिएशन ने कड़ा विरोध जताया। वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बार काउंसिल सदस्य कुलदीप शर्मा बार एसोसिएशन बीकानेर के अध्यक्ष रघुवीर सिंह राठौड़, सुरेंद्र पाल शर्मा, मुमताज अली भाटी, सह सचिव हिमांशु गौतम, अनिल सोनी, प्रशांत कच्छावा आदि पुलिस अधीक्षक बीकानेर से मिलकर दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का परिवाद दिया।
आरोपों की करवारहे हैं जांच
शराब पीकर वाहन चला रहे थे। कार की स्पीड तेज थी। नाकाबंदी तोड़ भागे थे। गाड़ी रुकवाई तब पुलिस कर्मचारियों से उलझने लगे। अधिवक्ता ने परिवाद दिया है। जांच गंगाशहर सीओ को सौंपी है।
तेजस्वनी गौतम, पुलिस अधीक्षक
video by. RAJESH CHHANGANI


