
रोहित गोदारा गैंग के तीन गुर्गों को पुलिस ने दबोचा, बीकानेर में करने वाले थे मर्डर जैसी बड़ी वारदात, साइबर सेल के दिपक यादव की रही विशेष भूमिका






बीकानेर। बीकानेर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए रोहित गोदारा गैंग के तीन सदस्यों एवं इनामी व हार्डकोर गुर्गो को दबोचा है। पुलिस ने बीकानेर सीकर जोधपुर में वांछित अपराधियों को दबोचा है। पुलिस ने अभियुक्त कमल डेलू, विजयपाल व श्रवण सीवर को पकड़ा जिसमें विजय पाल पर 40 हजार का इनाम घोषित की वहीं कमल डेलू पर बीकानेर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बीकानेर एसपी ने प्रेस वार्ता की बताया कि तीनों के खिलाफ राज्य के चार अलग अलग जिलों में प्रकरण दर्ज है। राजू ठेहट की हत्या के बाद आरोपि बड़े शातिर तरीके से हाई तकनीकी का इस्तेमाल करते थे इसलिए पुलिस की पकड़ से दूर होते जा रहे थे लेकिन पुलिस की साइबर टीम ने आठ महिनों से लगताकर मुल्जिमों को ट्रेस आउट की आखिर में इनको पकडऩे में सफलता हासिल की। पुलिस ने बताया कि पांचू में मुकदमा नम्बर 75 / 23 धारा :- 307, 34 भादस व 27 आम्र्स एक्ट में वांछित ईनामी अपराधी कमल डेलू, श्रवण सिवर व विजयपाल को गिरफ्तार करने हेतु तेजस्वनी गौतम आईपीएस पुलिस अधीक्षक बीकानेर ने टीम गठन कर उक्त रोहित गोदारा गैंग के गुर्गों व आरोपीगणों की तलाश व गिरफ्तार करने के आदेश फरमाये उक्त आरोपीगण जिला सीकर में हुये राजू हत्याकांड में वांछित थे व विश्वनीय आसूचना के अनुसार बीकानेर जिले में मर्डर जैसी बड़ी वारदात करने की फिराक में थे। उक्त सूचना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक स्वयं के सुपरविजन में श्री वेदपाल पु. नि. थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर, महेन्द्रदत थानाधिकारी पुलिस थाना बीछवाल, श्री संजयसिंह उनि धानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली, दीपक यादव हैडकानि, दिलीपसिंह हैडकानि की टीम का गठन किया गया। उक्त तीनों अभियुक्तगणों को दस्तयाब कर गिरफ्तार करने के आदेश फरमायें । उक्त टीम ने मुल्जिम को दस्तयाब करने हेतु कार्य प्रारंभ किया।
मुल्जिम को गिरफ्तार करने का तरीका:-
एसपी के आदेश की पालना करते हुये कार्यालय साईबर सैल हैडकानि दीपक यादव मय साईबर टीम ने तकनिकी कार्य प्रारंभ किया जिससे यह तथ्य सामने आये कि उक्त मुल्जिमों द्वारा बडी हाई तकनीक ईन्टरनेट पर फेक एप्लीकेशन का कॉलिंग ऐप्प से रोहित गोदारा गैंग से जुड़े थे व उक्त ईन्टरनेट एप्लीकेशन द्वारा किसी भी वारदात की कार्ययोजना बनाते व अंजाम देते। उक्त हाई तकनीक ईन्टरनेट पर फेक एप्लीकेशन एप्प के जरिये बदमाशों तक पंहुचने में बीकानेर पुलिस के लिये बडी चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। परन्तू आठ महीने की कड़ी मेहनत करते हुये कार्यालय हाजा की साईबर सैल ने उक्त मुल्जिमों का तकनिकी तथ्य प्राप्त किये, उक्त प्राप्त तथ्यों के आधार पर गठित पुलिस टीम द्वारा अपने मुखबीर तंत्र को सक्रिय किये। उक्त टीम ने पूरी मेहनत व लग्न से कार्य करते हुये मुल्जिम कमल डेलू, श्रवण सीवर व विजयपाल के साथ वारदात मे सम्मिलित साथियों की सम्पूर्ण जानकारीयां जुटाई की उसके पूर्व में की गयी सम्पूर्ण गतिविधियों की सूचना एकत्रित की। उक्त टीम ने पिछले कई दिनों से लगातार प्रयास करते हुये कड़ी से कड़ी
जोडते हुये मुल्जिमों से जुडे हुये लोगो व संदिग्ध स्थानों पर लगातार निगरानी रखी गयी साईबर सैल ने मुल्जिमों कमल डेलू श्रवण सीवर व विजयपाल से की नासिक महाराष्ट्र में एक इनपुट ट्रेस किया उक्त इनपुट पर कार्य करने हेतू व मुल्जिमों को दस्तयाब करने हेतू पुलिस अधीक्षक महोदया ने त्वरित प्रभाव से टीम प्रभारी श्री वेदपाल थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर व श्री संजय सिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवालीदीपक यादव हैडकानि, दिलीपसिंह हैडकानि व कानिस्टेबल श्रीराम को नासिक महाराष्ट्र रवाना किया गया । उक्त टीम द्वारा बडी लगन से साईबर सैल द्वारा प्राप्त इनपुट को ट्रेस आउट करने हेतू कार्य प्रारंभ किया उक्त मुल्जिमों की लॉकेशन का इनपुट नासिक जिले के भीड भाड वाली कॉलोनी / आवासीय क्षेत्र में आ रही थी। उक्त कॉलोनी के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर बडी मुश्किल भरे तथ्य सामने आये की उक्त कॉलोनी में देश के अलग-अलग शहरो के लोग किराये पर रहते थे व 500 की तादात में फ्लैट और घर थे। पुलिस टीम ने बडी बारिकी से लगातार चार दिन तक मेहनत करते हुये अलग-अलग हुलिया बनाकर एक-एक घर को तस्दीक किया व पुलिस के कठोर परिश्रम करने पर एक संदिग्ध घर चिन्हित किया व उक्त घर के सामने निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरों का हुलिया बनाकर दो दिन तक चिन्हित घर पर नजर रखते हुये संदिग्ध गतिविधियां पुख्ता कर उक्त संदिग्ध घर पर नासिक पुलिस की मदद से दबिश दी गयी तो उक्त मुल्जिमों को दस्तयाब किया गया।
मुल्जिम का छुपने व फरारी का तरीका
उक्त मुल्जिम कमल डेलू श्रवण सीवर व विजयपाल के दौराने पूछताछ में सामने आया है कि घटना करने के बाद फरारी के लिये अपना हुलिया व नाम बदलकर भारत व नेपाल में फरारी काटी, भारत में कर्नाटक, तमिलनाडू, दिल्ली, गोवा, पंजाब, पुणे, मुम्बई, नासिक, फलौदी, जोधपुर, बज्जू, रणजीतपुरा में हूलिया बदलकर रह रहे थे व काफी दिनों से नासिक में किराये फलैटों में फरारी काट रहे थे व अपना हुलिया बदलकर बाल कटवाकर नाम बदलकर एक घर में रह रहे थे व पुलिस से बचने के लिये पूरे दिन घर में छूपे रहते थे। उक्त बदमाशों को पकडऩे के लिये पुलिस ने भी अपना हुलिया बदलकर उक्त कॉलोनी में एक-एक घर चिन्हित कर मुल्जिमों को पकडऩे में सफलता प्राप्त की ।
इन आरोपियों को दबोचा
01 कमल डेलू पुत्र जगदीश बिश्नोई निवासी काकडा, पुलिस थाना नोखा, जिला
बीकानेर।
02 श्रवण सीवर पुत्र शिवलाल जाति बिश्नोई निवासी खिंदासर, पुलिस थाना कोलायत जिला बीकानेर।
03 विजयपाल पुत्र जगदीश बिश्नोई निवासी जयसिंहदेसर मगरा पुलिस थाना पांचू जिला बीकानेर ।
कार्यवाही करने वाली टीम
श्री वेदपाल पु. नि. थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर, श्री संजयसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली, श्री दीपक यादव हैडकानि, श्री दिलीपसिंह हैडकानि, श्रीराम कानि, श्री राजूराम कानि, श्री सूर्यप्रकाश कानि ।
उक्त कार्यवाही में श्री दीपक यादव हैडकानि की विशेष भूमिका रही है ।
उक्त मुल्जिमों को ईनामी व हार्डकोर अपराधियों को ट्रेस आउट व गिरफतार करने के फलस्वरूव साईबर सैल के हैडकानि दीपक यादव, दिलीपसिंह हैडकानि व राजूराम गुर्जर कानि के विशेष पदोन्नति के प्रस्ताव मुख्यालय भिजवाये जा रहे है।
उक्त मुल्जिमों को ईनामी व हार्डकोर अपराधियों को ट्रेस आउट व गिरफतार करने के फलस्वरूव श्री वेदपाल थानाधिकारी पुलिस थाना नयाशहर, श्री संजयसिंह उनि थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली व श्रीराम कानि साईबर सैल के डीजीपी डिस्क हेतू प्रस्ताव मुख्यालय भिजवाये जा रहे है।


