
साईबर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को प्रॉडक्शन वारंट पर पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूछताछ में अन्य लोगों की भूमिका संदिग्ध





खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर साईबर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। साईबर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में अन्य लोगों की भूमिका भी संदिग्ध पायी गई है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपी से गहनता से पूछताछ जारी है और भी वारदातें खुलने की संभावना है।
पुलिस के अनुसार पुलिस मुख्यारलय द्वारा चलाये जा रहे साईबर विशेष अभियान के जिला पुलिस अधीक्षक कावेन्द्रण सिंह सागर के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सौरभ तिवाडी के निर्देशन में व साईबर थानाधिकारी खान मोहम्म द के निकट सुपरविजन में पुलिस निरीक्षक रमेंश कुमार सर्वटा व साईबर थाना, साईबर रेस्पोंरस सैल बीकानेर की टीमों की संयुक्त कार्रवाई में अंर्तराज्यीय गिरोह के प्रमुख आरोपी प्रमोद गोदारा पुत्र रामनिवास बिश्नोई निवासी रासीसर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर लोगों के साथ ठगी की रकम को गिरोह के सदस्य व कमीशन पर लिये बैंक खातों में साईबर ठगी की राशि जमा करवाकर जरिये चैक विड्रोल करता व लोगों से 10 प्रतिशत के हिसाब से कमीशन लेकर अकाउण्टड में फ्रॉड के पैसे डालकर जरिये एटीएम व चैक से बीकानेर की अलग-अलग बैंक शाखाओं से विड्रोल करवाता है। गिरोह के सदस्य धर्माराम के बैंक खाते में 7 लाख रूपये की साईबर ठगी की राशि डलवाकर गिरोह द्वारा हड़पी गयी थी। उक्त घटना के संबंध में पुलिस थाना नोखा में दर्ज मुकदमें का अनुसंधान रमेश कुमार सर्वटा पुनि द्वारा किया जा रहा है। उक्त प्रकरण में पूर्व में गिरोह के सदस्य धर्माराम जाट पुत्र मदनलाल निवासी हियादेसर को गिरफ्तार कर 27 जुलाई को जेसी करवाया जा चुका है। पूर्व में आरोपी प्रमोद को साईबर थाना के प्रकरण में गिरफ्तार कर बाद अनुसंधान 21 जुलाई को जेसी करवाया गया था जिसको सोमवार को प्रोडक्शन वारंट पर केन्द्रीय कारागार बीकानेर से गिरफ्तार किया गया है।
वारदात करने का तरीका
गिरफ्तार आरोपी प्रमोद साईबर ठगी का गिरोह बनाकर अलग-अलग राज्यों व जिलों में बैठे साईबर फ्रॉड की राशि का लेनदेन के लिए विभिन्न बैंक खाते काम में लेते है। प्रकरण में सह आरोपी दिनेश सारण व धर्माराम के साथ मिलकर लोगों से ठगी की 10 प्रतिशत कमीशन पर लिये विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग राज्यों के लोगों के साथ फ्रॉड कर फ्रॉड की राशि को कमीशन पर लिये खातों में व अपने खाते में डलवाकर राशि को एटीएम व चैक से विड्राल करवा लेते है।
प्रारंभिक पूछताछ के अनुसार आरोपी प्रमोद ज्ञान विधि लॉ महाविधालय गंगाशहर बीकानेर का तृतीय वर्ष का विधार्थी है। आरोपी ने बताया कि वह अपने साईबर गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर अलग-अलग राज्यों के लोगों के साथ फ्रोड की गई करीब एक करोड़ रूपये से अधिक की राशि को अलग-अलग बैंको में डालकर फ्रॉड राशि गैंग के साथ मिलकर विड्रोल कर लेता।
आरोपियों द्वारा की वारदाते
1. नटवरलाल भाई आयु 71 साल निवासी नंदेशरी जिला वडोदरा गुजरात के साथ दिनांक 4.11.24 को आरोपियों ने नटवरलाल भाई के मोबाईल पर वॉटसएप कॉल किया कि मैं मुबंई पुलिस से बोल रहा हूं। आपका 265 करोड़ का फ्रॉड में नाम आया है ।आपके बैंक खाते कौनसी-कौनसी बैंक में है । फिर आरोपियों ने कहा आप एकान्त स्थान पर जाकर वीडियो कॉल में बात करना आपको डिजिटल गिरफ्तार कर पूछताछ की जावेगी। तो नटवरलाल भाई ने कमरे में जाकर दरवाजा बन्द कर लिया। फिर वॉटसएप पर वीडियो कॉल आयी। तब कहा नटवरलाल भाई आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है। वीडियो कॉल में पुलिस की वर्दी पहना हुआ एक व्यक्ति था, जिसने मुझसे मेरा नाम और पूछा और मुझे डराया धमकाया कि आपका नाम मनी लॉन्ड्रिग में है। तब नटवरलाल भाई घर पर अकेला था तो वह बहुत ज्यादा डर गया तथा आरोपियों ने मनी लॉन्ड्रिग के मुकदमें से बचाने के नाम पर नटबरलाल भाई से 5,97,000 रूपये की साईबर ठगी कर रूपये हड़प लिये।
2. प्रोसन्तजीत तरफदार निवासी सिलचर जिला कछार आसाम से टेलिग्राम पर टास्क देकर लाभ का लालच देकर इन्वेस्टमेंट के नाम पर आरोपियों द्वारा कुल 4,35,000 रूपये फ्रॉ कर धोखाधड़ी पूर्वक हड़पे गये।
पुलिस की अपील
पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर की आमजन से अपील है कि किसी भी प्रकार के लालच, धोखे में आकर अपनी निजी जानकारी व बैंक संबंधित जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं करे । यदि किसी के साथ साईबर फ्रॉड होता है तो साईबर हेल्पीलाईन नम्ब र 1930 पर शिकायत दर्ज करवाये ।


