
प्रधानमंत्री ने पाक-चीन का नाम लिए बगैर फटकार लगाई






प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। चीन और पाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष मोदी से पहले बोल चुके थे। मोदी ने इन दोनों देशों को तो इस विश्व मंच से जवाब दिया ही, साथ ही ये भी साफ कर दिया कि खुद संयुक्त राष्ट्र में सुधार की कितनी जरूरत है। यहां 5 पॉइंट्स में जानिए कि किस देश या किस मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने क्या कहा।
पाकिस्तान
मसला क्या था: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कश्मीर और अफगानिस्तान पर काफी जहर उगला था। उन्होंने कई बार भारत और कश्मीर का नाम भी लिया था। मोदी जब शनिवार को बोलने खड़े हुए तो हमेशा की तरह उन्होंने पाकिस्तान का नाम ही नहीं लिया, लेकिन जवाब करारा दिया।
प्रधानमंत्री का जवाब- जो देश आतंकवाद को पॉलिटिकल टूल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है, जितना वो दुनिया के लिए है।
अफगानिस्तान
मसला क्या था: पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान में दखलंदाजी कर रहा है। पंजशेर में उसने तालिबान की मदद के लिए एयरफोर्स का चुपके से इस्तेमाल किया। इमरान खान सरकार तालिबान के कंधे पर बंदूक रखकर दुनिया को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है।
मोदी का जवाब: यह तय करना होगा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद और आतंकी हमलों के लिए न हो पाए। इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल कोई देश अपने स्वार्थ के लिए नहीं कर सके। इस वक्त अफगानिस्तान की महिलाओं, बच्चों और माइनोरिटीज को मदद की जरूरत है और इसमें हमें अपनी जिम्मेदारी निभानी ही होगी।


