
कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों ने संसद का भ्रमण किया





नई दिल्ली। राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं लोक सभा अध्यक्ष के ओएसडी राजीव दत्ता ने अंडर-17 कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करने वाली युवा खिलाडिय़ों, अश्विन और कोमल वर्मा, को संसद भवन का भ्रमण कराया। इस दौरान दोनों खिलाडिय़ों को केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात करवायी।
खेल मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने इन होनहार खिलाडिय़ों को बधाई और शुभकामनाएं दी तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। दोनों खिलाडिय़ों की केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खड़से, महाराष्ट्र विधान सभा अध्यक्ष श्राहुल नार्वेकर और लोक सभा सांसद जगदंबिका पाल से भी मुलाक़ात हुई।
श्राजीव दत्ता ने बताया कि जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक एथेंस में आयोजित अंडर-17 कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में राजस्थान के खिलाडिय़ों ने देश का नाम रोशन किया है। अश्विन ने 65 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक, कोमल वर्मा ने 49 किग्रा फ्री स्टाइल में कांस्य पदक, और भीलवाड़ा की कशिश गुर्जर ने क्वार्टर फाइनल तक का शानदार सफर तय किया। कोमल वर्मा, सीकर, राजस्थान की रहने वाली हैं और पिछले 6 वर्षों से कुश्ती में सक्रिय हैं।
भीलवाडा की रहने वाली अश्विन के पिता एक सामान्य मिल मजदूर हैं, जिन्होंने बताया कि राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष श्री राजीव दत्ता के नेतृत्व में संघ ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। श्री दत्ता के कार्यकाल में पहली बार तीन लड़कियां अंडर-17 विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने गईं, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
राजीव दत्ता ने कहा कि राजस्थान कुश्ती संघ ने इन खिलाडिय़ों की ट्रेनिंग, आवास, भोजन और अन्य सभी खर्चों का वहन किया है। इसके अतिरिक्त, संघ ने प्रोत्साहन के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक विजेताओं को 1 लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को 50 हजार रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 25 हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करने की अनूठी व्यवस्था शुरू की है। यह सुविधा केवल राजस्थान में ही उपलब्ध है।
हाल ही में पटना में आयोजित खेलो इंडिया नेशनल गेम्स में भी राजस्थान ने कुश्ती में 9 पदक जीते, जिसमें अश्विन को स्वर्ण, कोमल और कशिश को कांस्य पदक प्राप्त हुए। कुल मिलाकर, राजस्थान ने सभी खेलों में 60 पदक हासिल किए, जिनमें कुश्ती का योगदान उल्लेखनीय रहा। राजीव दत्ता ने कहा कि हमारा लक्ष्य युवा प्रतिभाओं को हर संभव सहयोग प्रदान करना है ताकि वे वैश्विक मंच पर देश का गौरव बढ़ाएं। अश्विन, कोमल और कशिश की उपलब्धियां हम सभी के लिए गर्व का विषय हैं।

