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पायलट की किसान आंदोलन में उपेक्षा कहीं बढ़ा ना दे कांग्रेस की मुसीबत, उठने लगे ये सवाल

जयपुर। राहुल गांधी की रैली के बाद भले ही किसान आंदोलन राजस्थान में जोर पकड़ता दिखाई दे रहा हो, लेकिन अजमेर के रूपनगढ़ की हुई ट्रैक्टर रैली ने कांग्रेस में नए विवादों को जन्म दे दिया है। दरअसल राहुल गांधी की रैली से पहले किसानों के बीच सक्रिय दिखे सचिन पायलट को जहां पहले दिन बोलने का मौका नहीं दिया गया। वहीं दूसरे दिन अजमेर में हुई रैली में भी सचिन पायलट की उपेक्षा देखने को मिली। रूपनगढ़ की रैली को लेकर अब प्रियंका गांधी के नजदीकी कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल खड़े कर दिए हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इसे लेकर ट्वीट किया है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद देने वाले कृष्णम ने सचिन पायलट को राहुल गांधी के मंच से उतारने पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि किसानों की “पंचायत” में किसान नेता को मंच से उतार कर किसानों का भला कैसे हो पायेगा, सवाल सचिन पायलट की तौहीन और इज़्ज़त का नहीं है, सवाल कांग्रेस के “भविष्य” का है। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की रूपनगढ़ रैली में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन की ओर से मंच से कहा गया था कि मंच पर सिर्फ राहुल गांधी के अलावा प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा और सीएम अशोक गहलोत ही रहे। बाकी सभी मंच से नीचे उतर आए। इस घटना को लेकर ही आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट किया है।
सचिन को किसानों से दूर रखने को लेकर विवाद
उनके इस ट्वीट के बाद अब सियासी पारा चढ़ता दिखाई दे रहा है। क्योंकि सचिन पायलट किसानों के बीच सक्रिय रहने वाले राजेश पायलट के पुत्र है। ऐसे में उन्हें राहुल गांधी की किसान रैली से दूर करना अब विवादों का हिस्सा बन गया है। आपको बता दें कि राहुल गांधी की रैली से पहले सचिन पायलट ने किसानों के बीच रैली की थी। इस दौरान उन्होंने केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी बात रखने के साथ ही राहुल गांधी के राजस्थान आगमन को लेकर भी काफी प्रचार- प्रसार किया था। लेकिन जब राहुल गांधी राजस्थान पहुंचे, तो गहलोत खेमा फ्रंटलाइन पर दिखा। यहां राहुल की रैलियों में सचिन साथ तो रहे, लेकिन अलग- थलग की नजर आए । हालांकि राहुल की रैलियों में भी सचिन पायलट जिंदाबाद की झलक देखने को मिली।
पहले दिन पीलीबंगा में नहीं बोले दूसरा दिन दिया मौका
आपको बता दें कि पहले दिन राहुल गांधी ने हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में किसान पंचायत को संबोधित किया । यहां सचिन पायलट को पीलीबंगा में बोलने का मौका नहीं देने को लेकर सवाल उठे थे। वहीं अजमेर में उन्हें मंच से उतारने को लेकर अब आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल किए हैं। हांलाकि राहुल गांधी की राजस्थान की अंतिम रैली नागौर के मकराना में हुई। यहां सचिन पायलट ने भी प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अशोक गहलोत तरह ही किसानों को संबोधित किया। लेकिन राजनीति के जानकारों का कहना था कि दूसरे दिन पायलट को स्पीच का मौका देना, पीलीबंगा को लेकर उठ रहे सवालों को डेमेज कंट्रोल था।

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