
स्पाइनल और जोड़ों की देखभाल पर केंद्रित फिजियोथेरेपी कार्यशाला सम्पन्न, डॉ.शैलेंद्र मेहता ने दिया प्रशिक्षण






बीकानेर। जय नारायण व्यास नगर स्थित सभागार में स्पाइनल एवं पेरिफेरल जॉइंट मोबिलाइजेशन पर आधारित दो दिवसीय फिजियोथेरेपी कार्यशाला का रविवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस कार्यशाला में बीकानेर सहित आसपास के विभिन्न जिलों से आए वरिष्ठ और युवा फिजियोथेरेपिस्टों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्र मेहता रहे, जिन्होंने स्पाइनल और जॉइंट डिसऑर्डर्स के उपचार में आधुनिक मैनुअल थैरेपी तकनीकों की विस्तृत जानकारी दी। डॉ. मेहता ने जापान से मैनुअल थैरेपी और ऑस्टियोपैथिक तकनीकों का अध्ययन किया है।उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ फिजियोथेरेपिस्टों को अपने कौशल को और अधिक निखारने का अवसर प्रदान करती हैं, जिससे मरीजों को बेहतर और तीव्र उपचार उपलब्ध कराना संभव हो पाता है।
इस कार्यशाला के आयोजन सचिव और समिति में वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट महेन्द्र चौधरी और डॉ. भरत खत्री का विशेष योगदान रहा। दोनों ने कार्यशाला के सफल संचालन, समन्वय और व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संपन्न कराया।
कार्यक्रम में डॉ. कपिल गोम्बर और डॉ. अमित पुरोहित ने कहा कि “फिजियोथेरेपी क्षेत्र के विकास के लिए इस तरह के सेमिनार अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनसे न केवल नवीन तकनीकी ज्ञान की प्राप्ति होती है, बल्कि आपसी संवाद और अनुभवों के आदान-प्रदान से चिकित्सकों की दक्षता भी बढ़ती है।”
डॉ. कनिका अग्रवाल और डॉ. नेहा जैन ने कहा कि “इस तरह की कार्यशालाओं से फिजियोथेरेपी डॉक्टरों की डायग्नोसिस और उपचार की क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होती है, जिससे मरीजों को अधिक सटीक और बेहतर लाभ पहुँचाना संभव हो पाता है।”
दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान स्पाइन और जॉइंट मोबिलाइजेशन, पोस्टरल असेसमेंट एवं करेक्शन, विसेरल तथा क्रैनियोसेक्रल तकनीकों जैसी उन्नत थेरेपी विधाओं पर गहन चर्चा और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि इन तकनीकों के माध्यम से मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं, क्रॉनिक दर्द और जटिल शारीरिक विकारों के उपचार में अत्यंत प्रभावी परिणाम प्राप्त किए जा सकते है।
डॉ. मयंक खत्री, डॉ. विनय गर्ग सहित सभी उपस्थित फिजियोथेरेपिस्टों ने इस सफल आयोजन के लिए आयोजकों और विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं के आयोजन की अपेक्षा जताई।कार्यशाला में डॉ हिमानी पारीक,डॉ विनय सक्सेना,डॉ ईशान,डॉ गौरव,डॉ.ज्योति बारूपाल,डॉ.प्रियंका,डॉ रवि,डॉ.भाग्यश्री,डॉ अमित परिहार,डॉ शीतल,डॉ अंशुलिका,डॉ.आईना आदि गणमान्य लोग मौजूद थे ।

