
निजी स्कूलों का दो साल बाद होगा भौतिक सत्यापन







कोटा। कोरोना काल के चलते बीते दो साल से निजी स्कूलों का भौतिक सत्यापन का कार्य नहीं हो सका था। ऐसे में राज्य सरकार दो साल बाद निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों का भौतिक सत्यापन का कार्य करवा रही है। उसके बाद कोटा जिले में 1005 स्कूलों का आरटीई के तहत फीस पुनर्भरण का कार्य हो सकेगा। इधर, शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों के भौतिक सत्यापन कार्य से पहले अधिकारियों का प्रशिक्षण का कार्य करवाया था। उसमें 40 अधिकारी अनुपस्थित रहने पर उन्हें नोटिस थमाए गए है।
क्रञ्जश्व: निजी स्कूलों का दो साल बाद होगा भौतिक सत्यापन
निजी स्कूलों का दो साल बाद होगा भौतिक सत्यापन
कोटा जिले में स्कूलों के निरीक्षण के लिए एनआईसी से सभी स्कूलों का ऑनलाइन दल गठन कर दिया गया है। इस बार कोटा जिले में संचालित प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा के करीब 1005 स्कूलों का आरटीई के तहत वर्ष 2020-21 व 2001-2022 में नि:शुल्क प्रवेशित विद्यार्थियों की फीस पुनर्भरण किया जाएगा। भौतिक सत्यापन का कार्य 3 मार्च तक चलेगा। उन स्कूलों को भी राहत मिलेगी। जिनका पहले भौतिक सत्यापन का कार्य नहीं हो सका था। ऐसे में उनको पुनर्भरण राशि नहीं मिल पाई थी। ऐसे स्कूलों को भी इसमें शामिल कर लिया गया है।
यह होंगे दल में शामिल
निजी स्कूलों में आरटीई भौतिक सत्यापन कार्य के लिए अध्यक्ष राजपत्रित अधिकारी होगा। दूसरा एक अध्यापक सदस्य होगा। कोटा में 652 व ग्रामीण में 280 अधिकारियों को नियुक्त किया है। जिले में कुल 908 दलों का गठन किया। यह दल स्कूलों में आरटीई की सम्पूर्ण प्रवेश प्रक्रिया, फीस का आधार कैश बुक, रसीद व बैक लेजर आदि चेक करेंगे।
जिला स्तरीय टीम भी करेगी भौतिक सत्यापन
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कृष्ण कुमार शर्मा ने बताया कि निजी स्कूलों के भौतिक सत्यापन कार्य के बाद शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय टीम भी सैम्पल के तौर पर विशेष सत्यापन का कार्य करेगी।

