
फार्मासिस्ट संवर्ग भी सरकार से नाराज, 15 को सामूहिक अवकाश का ऐलान






खुलासा न्यूज, बीकानेर। राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ (एकी.) के प्रदेश व्यापी आह्वान पर बीकानेर जिलाध्यक्ष अमित व्यास के नेतृत्व में फार्मासिस्ट संवर्ग की 07 सूत्रीय मांगों को लेकर आज सायं 3 बजे से 5 बजे तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय गेट पर धरना- प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुख्य चिकत्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी बीकानेर डॉ अबरार पंवार को ज्ञापन सौंपा गया। इस सम्बंध में अमित व्यास ने बताया कि फार्मासिस्ट संवर्ग की प्रमुख मांगों जिसमें नर्सिंग संवर्ग के समान विभिन्न भत्ते (मैस भत्ता, हार्ड ड्यूटी भत्ता, जोखिम भत्ता, वर्दी भत्ता, धुलाई भत्ता), 11 वर्षों से लंबित वेतन विसंगति दूर कर फार्मासिस्ट का एंट्री लेवल ग्रेड पे एल-11, फार्मासिस्ट ग्रेड-प्रथम की ग्रेड पे एल-12, अधीक्षक फार्मासिस्ट की ग्रेड पे एल-14 करने, फार्मासिस्ट एवं फार्मासिस्ट ग्रेड प्रथम का पदनाम परिवर्तन कर क्रमश: फार्मेसी ऑफिसर एवं सीनियर फार्मेसी ऑफिसर करने, वर्ष 2021-22 से कुल 817 पदों पर 31 अगस्त 2023 तक डीपीसी करके पदस्थापन देने, फार्मासिस्ट भर्ती 2023 को पूरा कर आचार संहिता से पूर्व नियुक्ति देने, सभी डीडीसी पर संविदा फार्मासिस्ट, हेल्पर तथा मशीन विद मैन की नियुक्ति करने तथा उन्हें संविदा सेवा नियम 2022 के तहत सम्मानजनक वेतन देने, ऑफलाइन रिकॉर्ड बंद कर केवल ऑनलाइन रिकॉर्ड संधारण के आदेश जारी करने सहित सात सूत्रीय मांगों पर कोई क्रियान्वित नहीं की गई जिससे पूरे फार्मासिस्ट संवर्ग में भारी रोष है। सचिव लीलाधर सुथार ने बताया कि सेवारत फार्मासिस्ट गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं तथा निशुल्क दवा योजना का कार्य बाधित हो ऐसी कोई मंशा नहीं है। पूर्व में जयपुर में विशाल कैंडल मार्च का आयोजन भी किया गया था, अब इसी क्रम में क्रमिक धरना दिया जा रहा है। परंतु राज्य सरकार द्वारा आज दिनांक तक किसी भी मांग पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया है, जिससे पूरे फार्मासिस्ट संवर्ग में भारी रोष है। इसी क्रम में सभी जिला मुख्यालयों पर 4 से 6 सितंबर को गेट मीटिंग का आयोजन किया जाएगा तथा 8 सितंबर को जयपुर में विशाल रैली का आयोजन भी प्रस्तावित है। इसके पश्चात 15 सितंबर को प्रदेश के सभी फार्मेसिस्ट सामूहिक अवकाश लेंगे। यदि 15 सितंबर 2023 तक मांगे नहीं मानी जाती है तो मजबूरन फार्मासिस्ट को कठोर कदम उठाने पड़ेंगे। प्रतिनिधिमंडल में अंजलि गहलोत, धीरज अरोड़ा , पूनमचंद चौधरी, धनसुख मकवाना , मोहित नागल , मनोज हर्ष , लक्ष्मीनारायण सुथार, भूपेश खत्री आदि शामिल थे।


