Gold Silver

पीबीएम अस्पताल : मुफ्त दवा ! है कहां ?, कमीशन का खेल जारी!

– कुशालसिंह मेड़तिया
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। नि:शुल्क दवा योजना चला कर सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा रही होलेकिन यह योजना कितनी कारगर है यह पीबीएम अस्पताल में भर्ती व आउटडोर में आने वाले रोगियों तथा उनके परिजनों से बेहतर कौन जान सकता है। यहां पीबीएम में अधिकतर लोग दवाइयां नहीं मिलने पर सरकार और अस्पताल प्रशासन को कोसते नजर आते है। लोगों को दवा लेने के लिए फुटबॉल बनाया जा रहा है जिससे न तो मरीजों को दवा मिल रही है और तीमारदार भी परेशान हो रहे है। चिकित्सकों द्वारा लिखी दवाइयों में से आधी दवाईयां भी दवा केन्द्रों पर नहीं मिल रही है। ऐसे में मरीजों के परिजन बाहर से दवाइयां खरीदने के लिए मजबूर हो रहे है। काफी समय से ऐसी शिकायतें मिलने के बाद जब खुलासा न्यूज़ संवाददाता पीबीएम अस्पताल में हालातों की स्थिति जानी। स्थिति कुछ हैरान कर देने वाली थी। पीबीएम अस्पताल परिसर में जनाना के पास प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधी परियोजना के तहत दुकान सवा तीन साल पहले शुरू की गई। दुकान में बाजार से बहुत कम दर पर लोगों को दवाइयां उपलब्ध होती है लेकिन अफसोस यहां जिन दवाओं की या सर्जिकल आइटमों की डिमांड अधिक है, वह मिलते नहीं है, जिससे लोगों को मजबूरन बाजार में महंगे दर पर खरीदने पड़ते हैं।

सीएम को लिखा पत्र, डॉक्टर्स व नर्सिंग कर्मचारियों पर लगाए गंभीर आरोप

एक जागरूक नागरिक ने सीएम को पत्र लिखकर पीबीएम अस्पताल की स्थिति के बारे में अवगत करवाया है। पत्र में लिखा है कि बीकानेर संभाग की पीबीएम हॉस्पीटल के युरोलॉजी, कैंसर विभाग, कार्डियोलॉजी विभाग सहित कई विभागों के डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ कमीशन के चक्कर में धड़ल्ले से प्राईवेट लैबों एवं निजी मेडिकल स्टोरों पर मरीजों को भेजने का कार्य कर रहे है। जिसमें हॉस्पीटल के युरोलॉजी विभाग के कुछ डॉक्टर  कन्हैया मेडिकल स्टोर के संचालकों को कमीशन के चक्क्रर में हॉस्पीटल बुलाकर ऑपरेशन की पर्चिया उसके साथ भेजकर मरीजों को लूटने का कार्य किया जा रहा है तो वहीं इन विभागों के बाहर लपके और दलालों का जमावड़ा रहता है।

दुकान कई रोजमर्रा की दवाइयों की कमी
पिछले दो दिनों से दुकान में दवाओं और ग्राहकों का अवलोकन किया गया। तब पाया कि यहां दवा लेने अब पहले से ज्यादा लोग आने लगे हैं। साथ ही लोगों को भी अब पता चलने लगा है कि जन औषधी केन्द्र पर सस्ती दवाइयां मिलती है लेकिन जब उन्हें दवाइयां नहीं मिलते तो वह निराश होकर लौट जाते हैं।

अब प्रतिदिन बिक्री 6000 रुपए
12 सितंबर,18 को प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केन्द्र की शुरुआत हुई। पहले केन्द्र पर हर दिन 500 से 700 रुपए बिक्री होती थी जो आज बढ़कर प्रतिदिन 6000 रुपए हो गई है। पहले सूची में 500 दवाइयां थी और केन्द्र पर 250 उपलब्ध थी लेकिन अब 700 दवाइयां और 154 सर्जिकल आइटम सूची में है। यहां 500 प्रकार की दवाइयां एवं 100 से अधिक सर्जिकल आइटम मौजूद है।

एक नजर में केन्द्र
नाम :- प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधी केन्द्र
स्थान :- जनाना अस्पताल के सामने
समय :- सर्दी में सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक
गर्मी में सुबह आठ से दो बजे तक (अस्पताल का ओपीडी समय तक)
सूची में दवाइयां :- 700
मौजूद :- 500
सर्जिकल आइटम :- सूची में 154
मौजूद :- 100
रोजाना बिक्री :- 6000 रुपए
दवाइयां केन्द्र बाजार
एन-95 मास्क 25 50-90
सैनेट्री पेड 10/10 नग 25/4 नग
ग्लूकोमीटर 525/25 स्ट्रीप 800/10 नग
ग्लूकोन-डी ऑरेंज 65/300 ग्राम 330/एक किलो
पोषण बोर्नवीटा 180/500 224/आधा किलो
पेंटाप्राजोल/डोमपेरोडोम 20 100
रिवाइटल मल्टी विटामिन विद्ध जिंगसेग 30 100
मैटफोरमिन-ग्लीमपैराइड 24/15 50-70
बेंडेड 1 2
क्लोट्रीमा जेल डस्टिंग पाउडर 55/100 ग्राम 110/100 ग्राम
मोनटेलुकास्ट-लिवोसिट्राजिन 18/10 टेबलेट 90/10 टेबलेट

Join Whatsapp 26