
बीकानेर में अचानक आई फ्लू के रोगी बढ़े ओपीडी में 3 गुना ज्यादा हुई संक्रमितों की संख्या, देखे वीडियों






बीकानेर। शहर में बढ़ रहे आई फ्लू के संक्रमण को लेकर बीकानेर शहर की पीबीएम अस्पताल, सेटेलाइट व डिस्पेंसरियों में आई फ्लू के मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई नजर आई. आई फ्लू के संक्रमण से संक्रमित छोटे मासूम बच्चे व हर उम्र के मरीजों की भारी भीड़ अस्पताल में देखने को मिल रही है. छोटे बच्चे स्कूलों में एक साथ रहते हैं. स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों में अधिकतर आई फ्लू का संक्रमण पाया गया है.। इसके लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। ,
पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक पीके सैनी आई फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है. मौसम में नमी के कारण आंखों में संक्रमण फैलता है. उन्होंने बताया कि आम दिनों की तुलना में अब ओपीडी 3 गुना बढ़ गई है.400 से 500 आई फ्लू से संक्रमित मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं.
आई फ्लू के संक्रमण में एडिनो वायरस के कारण आंखें लाल हो जाती है.साथ ही आंखों में सूजन, आंखों से पानी या चिपचिपा पदार्थ निकलना. आंखों में जलन व खुजली महसूस होना. रोशनी के प्रति संवेदनशीलता व नींद लेकर उठने पर पलकों पर पपड़ी जमने सहित कई परेशानियां देखने को मिलती है. संक्रमित बच्चों को डॉक्टर स्कूल व भीड़ भाड़ वाली जगह पर नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं. जिला अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ घनश्याम तंवर ने खुलासा को बातचीत में बताया कि कोई भी मरीज इस संक्रमण से संक्रमित हैं. वह खुद अपनी मर्जी से बाजार से दवाई ना लें. डॉक्टर को चेक करवाने के बाद ही दवाई का उपयोग करें आई फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति अपने आप को दूसरों से दूर रखें. साथ ही आंखों पर चश्मा लगाकर रखें किसी भी तरह के भीड़भाड़ के क्षेत्र में नहीं जाए बार-बार आंखों को धोएं आपको वायरल कंजेक्टिवाइटिस है तो दूसरों के साथ तो लिया वास क्रोशिया आंखों का मेकअप का सामान उपयोग नहीं करें
वीडियों: राजेश छंगाणी


