
पापड़-भुजिया व्यवसासियों को एसएसएआई लाइसेंस में मिली छूट






बीकानेर जिला उद्योग संघ की मेहनत लाई रंग,केंद्रीय मंत्री जताया आभार
बीकानेर। बीकानेर भुजिया, पापड, रसगुल्ला से जुड़े व्यापारियों के लिये राहत की खबर आई है। अब उन्हें एसएसएआई के दिल्ली कार्यालय से अब लांइसेस नहीं लेना पड़ेगा। पापड़,भुजिया,रसगुल्ला उद्योग को राहत अब लांइसेस में दिसम्बर तक छूट प्रदान की गई है। इसकी जानकारी केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका पच्चीसिया को फोन कर दी। जिस पर व्यापारियों ने मेघवाल का आभार जताया है। आपको बता दे कि ये उद्योग भारत सरकार के सुक्ष्म और लघु उद्योग की श्रेणी में आता है तथा द्वारा इसे रेडी टू ईट फूड श्रेणी में रखा गया है। परन्तु नई व्यवस्था के तहत भुजिया, पापड, रसगुल्ला को रेडी टू ईट फूड श्रेणी से हटाकर प्रोपाइटरी फूड श्रेणी में शामिल किया गया है। जिस पर बीकानेर जिला उद्योग संघ ने केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को पत्र भिजवाकर इस व्यवस्था को रुकवाने का आग्रह किया । अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि इस व्यवस्था के लागु होने से उद्यमियों को इस श्रेणी के लायसेंस स्नस्स््रढ्ढ से दिल्ली कार्यालय से लेने पडते तथा छोटे व्यापारियों को दिल्ली के चक्कर लगाने पडते। लाइंसेस का शुल्क भी पहले की अपेक्षा लगभग 2.5 गुणा ज्यादा देना पड़ता।इस खबर से बीकानेर क्षेत्र के पापड, भुजिया,रसगुल्ला उद्योग से जुडे उद्यमियों में निराशा का माहौल था तथा इस संबंध में बीकानेर जिला उद्योग संघ ने केन्द्रीय मंत्री तथा बीकानेर से सांसद अर्जुनराम मेघवाल से हस्तक्षेप की मांग की मेघवाल ने अविलम्ब संबंधित उच्च अधिकारियों से इस विषय में बात की तथा पुन: विचार करने के लिए कहा। मेघवाल ने बताया कि अब ये निर्णय लिया गया है कि इस निर्णय को 31 दिसम्बर 2020 तक लागू नहीं किया जाएगा तथा उद्यमियों को दिल्ली जाकर नये लाइंसेंस बनाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।मेघवाल ने बताया की आगे भी वे इस विषय में संबंधित मंत्रालय तथा उच्च अधिकारियों से चर्चा करेंगें तथा व्यापारियों एवं उद्यमियों के हित में ही उचित निर्णय कराएगें उन्होंने पापड भुजिया रसगुल्ला उद्यमियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि इस व्यवसाय से जुडे उद्यमियों के हितों की हमेशा रक्षा की जाएगी।


