
सीएम के निशाने पर बीकानेर पूर्व सीट, जिले के कांग्रेस विधायकाें से वन-टू-वन






बीकानेर। तीन दिनाें से विधायकाें से वन-टू-वन की बातचीत के दाैर में गुरुवार काे बीकानेर के विधायकाें की बारी आई। बीकानेर के तीनाें ही विधायक एक साथ चर्चा करने पहुंचे। जहां प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सीएम अशाेक गहलाेत और प्रदेश अध्यक्ष गाेविंद डाेटासरा माैजूद थे। तीनाें मंत्रियाें ने जिले की साताें सीटाें काे जीतने के लिए उम्मीदवाराें के नामाें पर भी चर्चा की। सीएम का फाेकस बीकानेर पूर्व पर ज्यादा रहा।
दरअसल अब तक एक-एक विधायक ने भी तीनाें नेताओं के सामने अपनी बात रखी, लेकिन बीकानेर के तीनाें विधायक एक साथ पहुंचे। पहले सरकार की याेजनाओं पर चर्चा हुई। बीकानेर की कुछ समस्याओं पर बात की और बाद में साताें सीटाें के जीतने पर विचार विमर्श शुरू हुआ। हर सीट पर उम्मीदवार काैन हाे जिससे सीट जीत सकें। इस पर बातचीत हाेने पर डाॅ. बीडी कल्ला से पूछा कि पश्चिम से काैन लड़ेगा ताे कल्ला बाेले मैं खुद लडूंगा क्याेंकि भाजपा के पास ताे हमारे सामने काेई उम्मीदवार ही नहीं है। बीकानेर पूर्व की बारी आई डाॅ. कल्ला और गाेविंदराम मेघवाल ने यहां राजपूत कैंडीडेट उतारने की सलाह दी।
सीएम ने दाेनाें से संभावित उम्मीदवार का नाम पूछा ताे काेई भी एक नाम नहीं बता पाए। भंवर सिंह भाटी इस मुद्दे पर माैन रहे क्याेंकि चर्चा है कि भाटी भी पूर्व से लड़ने की अंदरूनी इच्छा रखते हैं।
लूणकरणसर में वीरेन्द्र बेनीवाल के लिए एक मंत्री ने ताे पैरवी की, लेकिन दाे मंत्री चुप रहे। नाेखा पर चर्चा इसलिए नहीं हुई क्याेंकि वाे रामेश्वर डूडी की सीट है। काेलायत और खाजूवाला के लिए भाटी और गाेविंदराम काे जमकर तैयारी करने के लिए कहा। श्रीडूंगरगढ़ सीट पर मंगलाराम गाेदारा के अलावा विकल्पाें पर विचार किया गया। एक मंत्री ने बाहर कहा कि श्रीडूंगरगढ़ सीट पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष से भी राय ली जाएगी। सीएम और रंधावा ने तीनाें विधायकाें से पूछा कि अगर काेई अलग से चर्चा करनी हाे ताे बताओ। तीनाें मंत्रियाें ने मना कर दिया।


