
कांग्रेस का जयपुर-बीकानेर संभाग का वन-टू-वन संवाद,गहलोत, रंधावा व डोटासरा ने की सीधी बात






जयपुर। कांग्रेस ने वन-टू-वन संवाद में बीकानेर और जयपुर संभाग के विधायकों से सीधी बात की गई। इसके साथ ही सभी विधायकों के साथ तीन दिन का यह मंथन पूरा हो गया। सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेशाध्यक्ष अशोक गहलोत ने कुछ को समूह में और कुछ को एक-एक कर सुना। तीनों नेता सर्वे रिपोर्ट, अखबारों में छपी खबरें और अलग-अलग स्थानों पर पिछले दिनों दिए गए अलग-अलग बयानों की कॉपी लेकर बैठे थे।
बातचीत में 13 प्रश्नों के फॉरमेट के जवाबों का अध्ययन करने के साथ उससे जुड़े और पुराने कुछ-कुछ प्रकरणों पर सीधी बात की गई। कई विधायकों का परिचय तो मानेसर की घटना का जिक्र करके किया गया, तो कुछ के पुराने बयानों को सुनाकर पूछा गया कि क्या ऐसे बयानों से आप पार्टी का भला कर रहे हैं। पायलट समर्थक विधायकों की भी खूब चर्चा रही। कहने को विधायकों ने इस बात से अधिकृत रूप से मना किया कि सचिन पायलट के मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई, लेकिन बातचीत में इसे स्वीकार भी किया। अव्वल पायलट के बयानों वाली खबरों के प्रिंट तक वॉर रूम में डॉक्यूमेंट्स का हिस्सा थे।
हर प्रश्न का उत्तर दिया, सब विधायकों ने खुद को 10 में से 10 नंबर दिए
जातिगत और धार्मिक समीकरणों पर विधायकों के तर्क थे कि जीत के लिए सरकार की योजनाओं और अच्छे काम के साथ अन्य कई समीकरण काम करते हैं। इन समीकरणों में जो सामंजस्य बैठा ले, उसी की जीत होती है। अपनी जीत के लिए सभी विधायकों ने 10 में से 10 नंबर दिए। दो विधायकों का कहना था कि कौन ऐसा विधायक होगा जो खुद को ही कम नंबर देगा।
नए जिलों को लेकर ज्यादातर ने गहलोत का आभार जताया, लेकिन कुछ ने विवादों को शीघ्र नहीं निपटाने पर नुकसान उठाए जाने की हिदायत भी दी। इन प्रश्नों में सरकार ने एंटी इनकंबेंसी की बात भी पूछी तो विधायकों ने कुछ योजनाओं के क्रियान्वयन में खामी को मौखिक रूप से बताकर उसमें सुधार की गुंजाइश जताई।
गहलोत बोले- सभी विधायक संतुष्ट तीन दिन के संवाद के बाद सीएम गहलोत ने मीडिया से कहा कि बातचीत में सामने आया कि हर विधायक सरकार के कामकाज से संतुष्ट है। उन्होंने जो मांगा, वो सब दिया। अव्वल कई विधायकों ने तो यह भी कहा कि आपने घोषणा से ज्यादा दिया।


