कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ नांगल का कमाल: मरीज का आधा लीवर निकाल बचाई जिन्दगी - Khulasa Online कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ नांगल का कमाल: मरीज का आधा लीवर निकाल बचाई जिन्दगी - Khulasa Online

कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ नांगल का कमाल: मरीज का आधा लीवर निकाल बचाई जिन्दगी

खुलासा न्यूज,बीकानेर। बीकानेर के जाने माने कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ जितेन्द्र नांगल ने एक ओर मरीज का नया जीवन दिया है। डॉ नांगल ने जटिल ऑपरेशन करते हुए कैंसर पीडि़त महिला का आधा लीवर निकाल उसकी जिन्दगी बचाई है। 36 वर्षीय अमरोहा यूपी की फिरोजा को एक माह पहले पेट दर्द की शिकायत हुई। वहीं पर चिकित्सक को दिखाकर सोनोग्राफी में करवाई तो पता चला कि लीवर में दांये में लगभग 12 सेमी की गांठ है। जो कि कैंसर की हो सकती है। जिसके बाद फिरोजा ने बीकानेर में श्रीमति ऊमादेवी भतमाल मेमोरियल नांगल कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च इंस्टिटयूट के कैंसर सर्जन डॉ जितेन्द्र कुमार नांगल को दिखाया। मरीज का चैकअप कर सीटी स्कैन व बायोप्सी कराई गई तो लीवर के अंदर की नली का कैंसर इंटराहिपेटिक कोलेन्जियोकार्सिनोमा है। जिसमें मरीज का आधा लीवर ऑपरेशन के जरिये ही निकाला जाना था। डॉ नांगल बताते है कि यह बहुत ही रिस्की ऑपरेशन होता है,जिसमें ऑपरेशन के दौरान व बाद में जान भी जा सकती है। डॉ नांगल ने अपनी टीम के साथ इस सफल ऑपरेशन किया।
क्या है राईट हेपेटेक्टोमी
डॉ नांगल ने बताया कि इस ऑपरेशन में लीवर का दायां हिस्सा पूरा निकाल दिया जाता है। बांये लीवर के हिस्से की खून की नस्सों व बाईल डक्ट को बचाते हुए दाहिने हिस्से की नस्सों हिपेटिक आरटरी पोर्टल वेन एवं बाईल डक्ट को बांधकर पूरे दाहिने हिस्से को काटकर  निकाल लिया जाता है। लगभग एक चौथाई शरीर का खून लीवर में चलता है। इसलिए इस ऑपरेशन में अत्यधिक रक्त स्त्राव व ऑपरेशन के बाद बचे हुए लीवर के फेल होने का ातरा होता है। ऑपरेशन में लीवर से रक्त का स्त्राव कम हो इसलिए ब्लड प्रेशर व सेन्ट्रल वीनस प्रेशर कम रखा जाता है। बीच बीच में पिं्रगल मिनेएबुर किया जाता है। इस तरह हम मरीज को सफल ऑपरेशन करने के कामयाब हो सके।
यह रही टीम
इस सफल ऑपरेशन कैंसर विशेषज्ञ डॉ जितेन्द्र नांगल,एनेस्थेलिस्ट डॉ सुमन चौधरी के अलावा चिकित्सकीय स्टाफ जगदीश,अनुराधा और सौरभ शामिल रहे।
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