एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत के भविष्य पर लटकी तलवार - Khulasa Online एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत के भविष्य पर लटकी तलवार - Khulasa Online

एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत के भविष्य पर लटकी तलवार

जयपुर। राजस्थान कांग्रेस की राजनीति में बदलाव की बयार है सियासी संकट से उभरने की तमाम कोशिशें गहलोत के लिए अब तक नाकाफी ही साबित हुई है। माना ये जा रहा है कि नया कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले राजस्थान के नए सीएम के भविष्य पर फैसला हो जाएगा, तब तक सभी नेताओं को अनर्गल बयानबाजी से परहेज करने का आदेश दिया जा चुका है
सीएम अशोक गहलोत के भविष्य पर लटकी तलवार
राजस्थान में नए सीएम के लिए विधायकों से रायशुमारी करने पहुंचे अजय माकन और मल्लिकार्जुन खडग़े से आलाकमान ने सियासी घटनाक्रम की लिखित रिपोर्ट तलब की है। साथ ही सियासी गलियारों में सचिन पायलट की गहलोत के करीबी विधायकों से मुलाकात भी कई तरह के संकेत दे रहा है
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पायलट पर दिल्ली दरबार मेहरबान
सचिन पायलट को लेकर राहुल गांधी समेत कांग्रेस में एक आम सहमती बनती दिख रही है लेकिन राजस्थान कांग्रेस में हुई दो फाड़ को खत्म कर पाना इतना आसान नहीं है। गहलोत ने 102 विधायकों के समर्थन साथ नए सीएम की ताजपोशी का फार्मुला जो हाईकमान को दिया है सबसे बड़ा पेंच तो वहीं फंसा है लेकिन फिर भी दिल्ली में सोनिया गांधी इस बात को लेकर आश्वस्त है कि पार्टी मेंं बागी सुर बहुत जल्दी थम जाएंगे।

अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए चुनौती
गहलोत और पायलट भले ही मीडिया के सामने विधानसभा 2023 के एकजुट होने की बात कर रहें है और कांग्रेस को चुनाव जीताना ही अपना लक्ष्य मान रहे है लेकिन पार्टी के भीतर उपजी गुटबाजी, दांवों पर सवाल खड़े कर रही है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी राजस्थान में विधानसभा चुनाव के आस-पास ही होगी, ऐसे कांग्रेस जल्द ही मामले को निपटाने की कोशिश करेगी।

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