एक ओर खतरनाक वायरस की आहट, 20 साल बाद यह पहला मामला - Khulasa Online एक ओर खतरनाक वायरस की आहट, 20 साल बाद यह पहला मामला - Khulasa Online

एक ओर खतरनाक वायरस की आहट, 20 साल बाद यह पहला मामला

नईदिल्ली. इंसानों में पहली बार एच5 बर्ड फ्लू पाया गया है। मामला अमेरिका के कोलोराडो की एक जेल का हैए जहां एक कैदी में इस बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने इसकी जानकारी दी। सीडीसी ने बताया कि कोलोराडो की जेल में बंद कैदी एवियन इन्फ्लूएंजा ए(एच5) वायरस से संक्रमित पाया गया है। 2020 के बाद अमेरिका में एवियन फ्लू के संक्रमण का यह पहला मामला है।

संक्रमित व्यक्ति पोल्ट्री के संपर्क में था
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक यह व्यक्ति पॉलेट्री के सीधे संपर्क में था। वह एच5एन1 बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षियों को मारने का काम करता था। अचानक वह बिमार हो गया। जब यह बिमार हुआ तो माना गया कि उसे इसे एच5एन1 बर्ड फ्लू हो गया है। बिमार होने के दौरान उसे थकान महसूस होने लगी। सीडीसी ने 27 अप्रैल को इलाज के दौरान उसकी नाक से सैंपल लिया गया, जिसमें उसके एच5एन1 बर्ड फ्लू होने की बात कही गई। हालांकिए एजेंसी ने इस वायरस का सबटाइप नहीं बताया है। फि लहाल, उस व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा गया है और फ्लू एंटीवायरल से इलाज चल रहा है।

अधिकारियों ने दिया आश्वासन
कोलोराडो में पब्लिक हे्ल्थ डिपार्टमेंट में एपिडिमियोलॉजिस्ट महामारी विशेषज्ञ डॉ रेचल हर्लिही ने कहा कि हम कोलोराडो के लोगों को यह आश्वासन देना चाहते हैं कि उन्हें इस फ्लू से खतरा कम है। रेचल ने कहाए मैं सीडीसी सुधार विभाग और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के प्रति आभारी व्यक्त करती हूं, जिन्होंने सहयोग दिया हम इस वायरस की निगरानी जारी रखेंगे और सभी कोलोराडो के नागरिकों की सुरक्षा निश्चित करेंगे।

संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से होता है एवियन फ्लू
एवियन इन्फ्लूएंजा मुख्य रूप से जंगली पक्षियों और मुर्गियों में होता है, इंसानों में इसका मिलना बहुत दुर्लभ है। यूएस सेंटर फॉर डिजिसस कंट्रोल के मुताबिक बर्ड फ्लू के एच5एन1 और एच7एन9 स्ट्रेन 1997 और 2013 में पाए गए थेए ये इंसानों में एवियन इन्फ्लूएंजा के मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।

ॅडब्ल्यूएचओ के अनुसार ये इन्फ्लूएंजा इंसानों में संक्रमित जानवरों या प्रदूषित वातावरण में आने से होता है, लेकिन इंसानों में इस वायरस के फैलने की संभावना कम होती है।

चीन में भी आया था ऐसा मामला
इससे पहले हाल ही में चीन के मध्य हेनान प्रांत में किसी इंसान में एवियन फ्लू के एच3एन8 स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया था। वहां के नेशनल हेल्थ कमिशन के मुताबिकए 4 साल का बच्चा एवियन फ्लू से संक्रमित पाया गया था। हालांकिए हेल्थ कमिशन के तरफ से यह भी कहा गया था कि इसका इंसानों में तेजी से फैलने का जोखिम कम है। एच3एन8 एवियन फ्लू कुत्तों, घोड़ों, बत्तखों, मुर्गों और बिल्लियों को संक्रमित करता है। इसके इंसानों को संक्रमित करने की संभावना कम है।

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