ऑनलाइन शिक्षा का सच जानने फील्ड में उतरेंगे अधिकारी
खुलासा न्यूज,बीकानेर। कोरोनाकाल में सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई से लेकर अन्य योजनाएं ऑनलाइन ही संचालित हो रही हैं। ऑनलाइन पढ़ाई का बच्चों को कितना फायदा मिल रहा है और फिलहाल धरातल पर विभाग की क्या कमजोरी है, इसकी जांच खुद अब शिक्षा विभाग के अधिकारी करेंगे। विभाग की ओर से सभी जिलों में प्रभारी अधिकारी लगाए गए हैं। यह अधिकारी 7 से 11 दिसम्बर तक राजकीय व निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगे। इसके बाद सभी जिलों की रिपोर्ट पर 14 दिसम्बर के बाद मंथन होगा। इस दौरान निरीक्षण दल की ओर से डाइट की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया जाएगा। गौरतलब है कि कई जिलों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा का पूरा फायदा नहीं मिलने का मुद्दा उठ रहा था। इसके बाद विभाग ने ऑनलाइन शिक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं का पूरा सच पता लगाने के लिए यह कवायद शुरू की है।
किस जिले में किसको लगाया
अभियान के तहत अलग अलग जिलों के लिये प्रभारियों की नियुक्तियां की गई है। इसमें ओमप्रभा को चूरू, बीकानेर,रचना भाटिया को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़,अशोक सांगवा को प्रतापगढ़, राजसमंद,भारतेन्द्र जैन को कोटा, बूंदी, मुकेश कुमार मीणा को सीकर, झुंझुनूं,रामनंद शर्मा को झालावाड, बारां, एमआर बगडिय़ा को नागौर, पाली, डॉ. रश्मि शर्मा को दौसा, अलवर, प्रियंका जोधावत को सिरोही, उदयपुर, सोहनदत्त दीक्षित को धौलपुर, भरतपुर, करौली, श्यामा राठौड़ को टोंक, इन्द्रजीत सिंह को जोधपुर, बाड़मेर, मुरारीलाल शर्मा को जैसलमेर, जालौर, बाजिवी सागर को चित्तौडगढ़, ममता दाधीच को डूंगरपुर, बांसवाड़ा व कौशल्या सांकृत्य को सवाई माधोपुर जिले का प्रभारी नियुक्त किया है।
निजी स्कूलों का भी करेंगे
निरीक्षण शिक्षा विभाग की वरिष्ठ शासन उप सचिव शीला रानी की ओर से जारी आदेश में बताया कि प्रभारी अधिकारियों को आरटीई अधिनियम के तहत प्रवेश देने वाले निजी स्कूलों का भी निरीक्षण करना होगा।
सभी प्रभारी दस-दस स्कूलों की जुटाएंगे ग्राउण्ड रिपोर्ट
शिक्षा विभाग ने सभी प्रभारी अधिकारियों को हर जिले में औसत दस-दस जिलों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। प्रभारी अधिकारियों को निरीक्षण के फोटो व वीडियो भी विभाग को उपलब्ध कराने होंगे, ताकि हर जिले की रैंकिंग को भी क्रॉस चैक किया जा सके।