
एग्जाम फीस वापस लौटने की मांग को लेकर एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन, तोड़े गमले






खुलासा न्यूज बीकानेर।प्रदेश में कोरोना काल में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को प्रमोट किया गया है। लेकिन अब यह प्रमोट सरकार के लिए गले की फांस बन गई है। क्योकि अब विद्यार्थियों की मांग है कि जब परीक्षा ही आयोजित नहीं कि तो फीस वापस होनी चाहिए। इसी को लेकर एनएसयूआई ने महाराजा गंगा सिंह युनिवर्सिटी से फीस वापस लौटाने की मांग रखी है। मांग को लेकर मंगलवार को एनएसयूआइ ने उग्र प्रदर्शन किया कि कुलपति सचिवालय के बाहर रखे गमलों को तोड़ दिया और करीब एक घंटे तकप्रदर्शन किया। एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष रामनिवास कूकणा के नेतृत्व में आए स्टूडेंट्स ने पहले कुलपति सचिवालय के बाहर नारेबाजी की।
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फिर वार्ता के लिए सब अंदर जाने की जिद करने लगे। पुलिस अधिकारियों ने पांच सदस्यों को ही जाने की अनुमति दी लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था। ऐसे में नारेबाजी उग्र हो गई। पुलिस कांस्टेबल के साथ जोर जबर्दस्ती का प्रयास भी हुआ। कुछ स्टूडेंट्स ने नाराज होकर गमले तोडऩे शुरू कर दिए। युनिवर्सिटी ने ग्रेजुएशन के फस्र्ट व सेकंड इयर के स्टूडेंट्स के एग्जाम कराने के बजाय उन्हें प्रमोट कर दिया था। ऐसे में इन स्टूडेंट्स पर युनिवर्सिटी का कोई खास खर्च नहीं आया। स्टूडेंट्स का कहना है कि जब परीक्षा नहीं हुई तो उन्हें शुल्क वापस लौटाया जाये। अगर शुल्क वापस नहीं दिया जाएगा तो आंदोलन जारी रखा जायेगा।


