
अब इन तारीखों के बीच होंगे कांग्रेस जिलाध्यक्षों का चुनाव






जयपुर।प्रदेश कांग्रेस में लंबे समय से प्रदेश कार्यकारिणी विस्तार और जिलाध्यक्षों के गठन को लेकर चल रही कवायद पर एक बार फिर ब्रेक लग गया है। दरअसल इस बार कांग्रेस संगठन चुनाव की घोषणा होने के चलते प्रदेश कांग्रेस में कार्यकारिणी विस्तार और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति टल गई है। जिलाध्यक्षों और कार्यकारिणी विस्तार के लिए अभी 10 माह और इंतजार करना पड़ेगा। संगठन विस्तार और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति टलने से सबसे बड़ा झटका उन नेताओं को लगा है जो जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी विस्तार में शामिल होने के लिए एडी-चोटी का जोर लगाए हुए थे।
निवर्तमान जिलाध्यक्षों से चलेगा संगठन का काम
वहीं अब कांग्रेस संगठन चुनाव की घोषणा होने के बाद पार्टी को एक बार फिर निवर्तमान जिलाअध्यक्षों से ही संगठन का कामकाज चलाना पड़ेगा। अब ब्लॉक, जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी की नियुक्ति भी संगठन चुनाव के जरिए होगी।
1 जून से 20 जुलाई 2022 के बीच होंगे जिलाध्यक्षों के चुनाव
संगठन चुनाव की घोषणा होने के बाद अब 1 जून 2022 से लेकर 20 जुलाई 2022 के बीच जिलाध्यक्षों, जिला उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष के चुनाव होंगे। ऐसे में संगठन का कामकाज एक बार फिर निवर्तमान जिलाध्यक्षों के जिम्मे रहेगा।
जिलाध्यक्ष और कार्यकारिणी विस्तार को लेकर दिल्ली पहुंची थी सूची
इधर प्रदेश के 39 जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी विस्तार के नामों को लेकर सूची दो बार तैयार होकर एआईसीसी को भेजी जा चुकी है। एक बार जिला प्रभारियों ने भी तीन-तीन नामों के पैनल बनाकर दिल्ली भेजे थे तो वहीं प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल होने वाले नेताओं के नामों की सूची भी दिल्ली जा चुकी है, जिन पर कांग्रेस आलाकमान की मुहर लगना ही बाकी थी।माना जा रहा था कि मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले संगठन विस्तार और कार्यकारिणी विस्तार हो सकता है, लेकिन 16 अक्टूबर को दिल्ली में हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद संगठन चुनाव की घोषणा कर दी गई है, जिससे अब कांग्रेस में निचले स्तर से लेकर शीर्ष स्तर तक चुनाव होंगे। इनमें ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन भी संगठन के चुनाव के जरिए होगा।
15 महीनों से भंग है जिलों के संगठन
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस में जिलाध्यक्षों और जिलों की कार्यकारिणी करीब 15 महीनों से भंग है। दऱअसल जुलाई 2020 में सरकार पर आए सियासी संकट के दौरान कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों और जिले की कार्यकारिणी को भंग कर दिया था।हालांकि पीसीसी चीफ पद पर डोटासरा की नियुक्ति के बाद जनवरी 2021 में प्रदेश कांग्रेस एक छोटी कार्यकारिणी तो बनाई गई थी लेकिन जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं हो पाई थी, जिसके बाद जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी विस्तार को लेकर एक लंबी कवायद शुरू की गई थी।


