
राजस्थान की स्कूलों में बच्चों को परोसेंगे अब मिठाई और फल






जयपुर। शिक्षा विभाग ने मिड डे मील के लिए दानदाता, संस्था व विशिष्टजनों के लिए द्वार खोल दिए हैं। ऐसे में मिड डे मील के लाभार्थी बच्चे स्कूल में अब फल, शहद, मिष्ठान, दूध, दही, गुड़ व मूंगफली चिक्की आदि का भी लुत्फ ले सकेंगे।
शिक्षा विभाग ने मिड डे मील के लिए दानदाता, संस्था व विशिष्टजनों के लिए द्वार खोल दिए हैं। ऐसे में मिड डे मील के लाभार्थी बच्चे स्कूल में अब फल, शहद, मिष्ठान, दूध, दही, गुड़ व मूंगफली चिक्की आदि का भी लुत्फ ले सकेंगे।
श्रीकृष्ण भोग योजना
राज्य में पीएम पोषण योजना (मिड-डे मील) राजकीय विद्यालयों के कक्षा प्री-प्राइमरी से 8वीं तक विद्यार्थियों को भोजन उपलब्ध कराने के साथ उनमें सामंजस्य, सद्भाव, विद्यालयों में ठहराव एवं नामांकन वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आमजन को मिड-डे मील कार्यकम से जोडने के लिए राज्य सरकार ने श्रीकृष्ण भोग योजना के जरिए बड़ी पहल की।
अपनों की खुशियां स्कूल में बांट सकेंंगे
मिड-डे मील योजना के आयुक्त विश्व मोहन शर्मा के अनुसार श्रीकृष्ण भोग योजना के तहत समाज के सम्पन्न, प्रतिष्ठित व्यक्तियों, जन समुदाय, स्थानीय दानदाताओं को जोड़ा जाएगा। यह लोग अपने परिवार में कोई विशेष पर्व व उत्सव के अवसरों पर स्वेच्छा से विद्यालय में भोज आदि का आयोजन कर सकेंगे।
मिठाई, फल, तेल व घी भी मिलेगा
भोजन में नियमित भोजन के साथ अतिरिक्त पौष्टिक खाद्य सामग्री (फल, शहद, मिष्ठान, दूध, दही, गुड मूंगफली चिक्की इत्यादि) वितरित किए जा सकते हैं। आमजन की ओर से विद्यालयों में अन्य खाद्य सामग्री जैसे घी, तेल, दाल, मसाले एवं शक्कर आदि दी जा सकतीहै।
यह भी कर सकते हैं दान
दानदाताओं व संस्थाएं विद्यालय में खाद्य सामग्री, बर्तन, गैस चूल्हे, दरी-पट्टी, फर्नीचर आदि उपलब्ध करा सकते हैं। रसोईघर, टॉयलेट, पानी की टंकी आदि का निर्माण भी करा सकेंगे। दानदाता व संस्थाएं मिड डे मील योजना के क्रियान्वयन के लिए धनराशि, डिमांड ड्राफ्ट/चेक/नकद संस्था के बैंक खाते में जमा करा सकते हैं।
सबका होगा मूल्यांकन
योजना में उपलब्ध कराए भोजन, सामग्री, निर्माण कार्य एवं नकद सहायता का वित्तीय वर्ष के अनुसार रजिस्टर संधारित करना होगा। इसका यथा समय मूल्यांकन भी होगा।


