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अब पुष्करणा समाज भी दिखायेंगा ताकत,बीकानेर में भरेंगे पुष्करणा समाज हुंकार

बीकानेर। प्रदेश की राजधानी जयपुर में जाट, ब्राह्मण व एससी-एसटी समाज के महाकुंभ के बाद अब बीकानेर में पुष्करणा महाकुंभ होने जा रहा है। इस महाकुंभ में देशभर के पुष्करणा ब्राह्मण समाज के लोग एकत्र होंगे। माना जा रहा है कि गुर्जर और मीणा समाज की तरह पुष्करणा भी अलग से आरक्षण की मांग रख सकते हैं। वहीं कई अन्य सामाजिक निर्णय भी इस महाकुंभ में हो सकते हैं।
यहां एमएम ग्राउंड में होने वाले महाकुंभ के लिए पिछले लंबे समय से प्रचार प्रसार किया जा रहा है। खासकर सोशल मीडिया पर समाज के लोग एक-दूसरे को आमंत्रित कर रहे हैं। महाकुंभ के लिए समाज के अलग अलग वर्ग अपील कर रहे हैं। डॉक्टर्स, टीचर्स, व्यापारी मीटिंग्स करके एक-दूसरे को बुला रहे हैं। महाकुंभ की संचालन समिति से जुड़े नवरतन व्यास ने बताया कि देशभर से पुष्करणा समाज के लोग आ रहे हैं। इस महाकुंभ का उद्देश्य राजनीतिक और सामाजिक दोनों हैं। सामाजिक स्तर पर हम अपनी परंपराओं को मजबूत करने के साथ ही देशभर के पुष्करणाओं को एक सूत्र में बांध रहे हैं। महाकुंभ के राजनीतिक उद्देश्य पर व्यास ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों से मांग की जाएगी कि पुष्करणा समाज के युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए अलग से आरक्षण दिया जाना चाहिए। इतना ही नहीं ईडब्ल्यूएस आरक्षण की सीमा भी दस से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने की मांग इस महाकुंभ में उठ सकती है। शिक्षक नेता श्रवण पुरोहित ने बताया कि प्रदेशभर में जहां भी समाज के टीचर्स हैं, उन्हें इस महाकुंभ का हिस्सा बनाने का प्रयास हो रहा है।
हर रोज मीटिंग, हर रोज अपील
इस आयोजन के लिए हर रोज अलग-अलग वर्गों की मीटिंग हो रही है। पुष्करणा समाज के चिकित्सक, कर्मचारी, टीचर्स और अन्य वर्गों के लोग एक दूसरे को बुलाकर मीटिंग कर रहे हैं। उन्हें पूरी ताकत के साथ इस महाकुंभ का हिस्सा बनने की अपील की जा रही है। सोशल मीडिया पर युवाओं की पूरी टीम इस आयोजन का प्रचार कर रही है। स्नेहराज व्यास का कहना है कि युवाओं को संगठित करना ही पहला उद्देश्य है।
यहां से आएंगे लोग
आयोजन कर रहे नवरतन व्यास का कहना है कि अकेले जैसलमेर, फलौदी, बाप, लोडिया सहित आसपास के क्षेत्रों से ढाई सौ से तीन सौ वाहन बीकानेर आने की उम्मीद की जा रही है। ये लोग सीधे एमएम ग्राउंड पहुंचेंगे। वहीं बीकानेर पूर्व और पश्चिम क्षेत्र के साथ नोखा, लूणकरनसर, खाजूवाला, श्रीडूंगरगढ़ आदि क्षेत्रों से भी समाज के लोग इस आयोजन में हिस्सा लेंगे।
ये है पुष्करणा प्रभाव वाले क्षेत्र
राजस्थान में बीकानेर के अलावा जैसलमेर, जोधपुर, फलौदी, बाडमेर, नागौर और बाप में बड़ी संख्या में पुष्करणा समाज के लोग रहते हैं। राजनीतिक दृष्टि से भी इन जिलों की विधानसभा सीटों पर इस जाति के लोग प्रभावी स्थिति में है। बीकानेर, जोधपुर और फलौदी की तीन सीटों पर पुष्करणा निर्णायक स्थिति में रहते हैं, जबकि आधा दर्जन सीटों पर हार-जीत में इनकी भूमिका रहती है।

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