अब एक नंबर देगा परिवार को पहचान






बीकानेर। सरकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के लिए राजस्थान जन आधार योजना का आगाज किया गया है। इसके तहत जन सांख्यिकीय एव ंसामाजिक-आर्थिक सूचनाओं का डेटाबेस तैयार कर हर परिवार को एक नम्बर, एक कार्ड, एक पहचान के लिए एक 10 अंकों का नंबर जारी किया जाएगा। योजना 2019 के तहत पंजीयन कराने एवं जन आधार कार्ड प्राप्त करने के लिए पात्र परिवारों को 10 अंकीय पहचान संख्या सहित जन आधार कार्ड जारी किया जाएगा। योजना में 18 वर्ष या इससे अधिक आयु की महिला को मुखिया बनाया जाएगा। उनके मुताबिक यदि परिवार में 18 वर्ष या इससे अधिक आयु की महिला नहीं है, तो उसकी उम्र 21 वर्ष या इससे अधिक आयु के पुरुष को परिवार का मुखिया बनाया जा सकेगा। यदि दोनों ही प्रकार के सदस्य नहींं हैं तो किसी भी अधिकतम आयु के सदस्य को परिवार का मुखिया बनाया जाएगा। जन आधार कार्ड का मुख्य उद्देश्य जनसंख्या एवं सामाजिक आर्थिक सूचना का डाटा बेस तैयार कर प्रत्येक परिवार को एक नम्बर, एक कार्ड एवं एक पहचान प्रदान करना है। उल्लेखनीय है कि यह कार्ड बनने के बाद पेंशन के लिए जीवित प्रमाण पत्रों को जमा नहीं कराना होगा। इसके साथ ही राशन कार्डए आयुष्मान कार्ड की व्यवस्था समाप्त कर दी जाएगी। योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को अधिकाधिक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उनके घर के समीप उपलब्ध करानाए ई.कॉमर्स एवं बीमा सुविधाओं का ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तार, ई.मित्र का विनियमन द्वारा नियंत्रण एवं प्रभावी संचालन, नकद लाभार्थी को हस्तांतरण एवं गैर नकद लाभ आधार अथवा जन आधार अधिप्रमाणन के बाद प्रदान करना है। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण एवं वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए परिवार अथवा परिवार के सदस्यों की पात्रता निर्धारण करना तथा विभिन्न योजनाओं के लाभ प्राप्ति के समय आधार अधिप्रमाणन को ही लाभार्थी के जीवित प्रमाणपत्र के रूप मेेंं मान्यता प्रदान करना हैं।
इनमें इन सेवाओं में मिल सकेगी मदद
जन्म-मृत्यु पंजीयन, विवाह पंजीयन और आधार पंजीयन होगा। यह घर के पास ई.मित्र केंद्रों, ई-मित्र प्लस, सेल्फ सर्विस, ई.कॉमर्स एवं बीमा इत्यादि सेवाओं में बेहतरीन सहयोगी होगा। नकद लाभ वितरण के बैंकिंग सेवाओं एटीएम, माइक्रो एटीएम, डिजिटल एटीएम से इस कार्ड का उपयोग किया जाएगा।

