
लापरवाही बरतने पर 19 जिलों के सीएमएचओ को जारी किए नोटिस, स्वास्थ्य विभाग ने 3 दिन में मांगा जवाब




लापरवाही बरतने पर 19 जिलों के सीएमएचओ को जारी किए नोटिस, स्वास्थ्य विभाग ने 3 दिन में मांगा जवाब
जयपुर। राजस्थान में मेडिकल सेक्टर को डिजिटल रूप से अपग्रेड करने के लिए सरकार ने इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम (IHMS) लागू किया है। इस सिस्टम को लागू करने में कई जिलों में लापरवाही बरती जा रही है। इसे देखते हुए नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) निदेशक ने राज्य के 19 जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएमएचओ) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सभी सीएमएचओ से 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
यह नोटिस मॉड्यूल को निर्धारित समय सीमा में एक्टिव नहीं करने के कारण जारी किया है। इसमें जयपुर के अलावा जोधपुर, अलवर समेत अन्य जिलों के सीएमएचओ शामिल हैं।
13 नवंबर तक करना था जिला अस्पताल-सीएचसी में लागू
विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुसार 13 नवंबर तक सभी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) में यह डिजिटल मॉड्यूल एक्टिव करके फंक्शनल करना था। इसे लेकर जब पिछले दिनों स्टेट लेवल पर बैठक हुई तो सामने आया कि 19 जिलों की कई सीएचसी, डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में ये सिस्टम पूरी तरह शुरू ही नहीं करवाया गया।
इसे देखते हुए NHM के निदेशक ने जयपुर में दोनों सीएमएचओ के अलावा दौसा, भरतपुर, चूरू, जोधपुर, अलवर, सीकर, बारां, उदयपुर, खैरथल-तिजारा, डीग, डूंगरपुर, बाड़मेर, सिरोही, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, चित्तौड़गढ़ और झुंझुनूं जिलों के सीएमएचओ को नोटिस जारी करते हुए 3 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
आईएचएमएस फॉर्मेसी मॉड्यूल में दवाईयों का रिकॉर्ड ऑनलाइन करते हैं मेंटेन
इस सिस्टम के तहत हॉस्पिटल में (सरकारी खर्चे पर) आने वाली सभी दवाईयों का रिकॉर्ड ऑनलाइन मेंटेन किया जाता है। इसके अलावा ओपीडी में जो दवाई की पर्चियां मरीजों को डॉक्टर लिखकर देते हैं। उस पर्ची में लिखी जिन दवाईयों को हॉस्पिटल से मरीज को दी जाती है, उसकी भी एंट्री मौके पर की जाती है।
इससे हॉस्पिटल में रियल टाइम स्टॉक का अपडेशन मिलता रहता है। हॉस्पिटल में कौन-सी दवाइयां, इंजेक्शन कितने स्टॉक में हैं। कितने मरीजों को दिए जा चुके हैं और इंजेक्शन कौन-सी डीडीसी (दवाई काउंटर) पर मौजूद हैं। इसकी जानकारी मिलती रहती है।




