कांग्रेस राज में मनोनीत सदस्यों की होगी छुट्टी, नए विधायकों की सिफारिश का रहेगा बोलबाला - Khulasa Online कांग्रेस राज में मनोनीत सदस्यों की होगी छुट्टी, नए विधायकों की सिफारिश का रहेगा बोलबाला - Khulasa Online

कांग्रेस राज में मनोनीत सदस्यों की होगी छुट्टी, नए विधायकों की सिफारिश का रहेगा बोलबाला

चुरू। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश की सत्ता में अब कांग्रेस की जगह भाजपा की सरकार बन गई है। सरकार बदलते ही शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निदेश दिए है कि नए विधायक की सिफारिश के आधार पर दो सदस्यों का मनोनयन किया जाए। ऐसे में कांग्रेस राज में मनोनीत सदस्यों की अब छुट्टी होगी।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश की सत्ता में अब कांग्रेस की जगह भाजपा की सरकार बन गई है। सरकार बदलते ही शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निदेश दिए है कि नए विधायक की सिफारिश के आधार पर दो सदस्यों का मनोनयन किया जाए। ऐसे में कांग्रेस राज में मनोनीत सदस्यों की अब छुट्टी होगी। जिले की सुजागनढ़, तारानगर व सरदारशहर विधानसभा में पूर्व निर्वाचित ही इस बार चुने गए हैं। जबकि रतनगढ़, चूरू, राजगढ़ में नए चेहरे विधायक बने हैं। विधायकोत के बदलते ही अब स्कूलों के कुशल संचालन व प्रबन्धन के लिए बनी समितियों, विद्यालय विकास एवं प्रबन्ध समिति (एसडीएमसी) व विद्यालय प्रबन्धन समिति (एसएमसी) का पुर्नगठन किया जाएगा। इनमें विधायक अपनी पसन्द के दो सदस्यों का मनोनयन करेंगे। इसमें बदलाव ऐसे समय में निर्देश जारी किए गए हैं, जब स्कूलों में परीक्षाएं सिर पर है। विधायक की ओर से दो नए सदस्यों का मनोनयन होने पर कई स्कूलो में वर्तमान में संचालित समिति के कुछ सदस्य बदलने पड़ सकते हैं।
समितियां रखती है नजर
चूरू विद्यालय प्रबन्धन समिति कक्षा एक से 8वीं तक की कक्षाओं में शिक्षा की गुणवत्ता के साथ सर्वशिक्षा अभियान तथा मिड-डे-मील की राशि की प्राप्ति व व्यय की राशि का लेखा-जोखा अगल से संधारित करती है। एसडीएमसी कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों की गुणवत्ता में सुधार, विद्यालय भवन के विकास से जुड़े कार्य करती है। आरएमएसए से प्राप्त अनुदान विकास शुल्क तथा अन्य प्राप्त होने वाली राशि का लेखा-जोखा रखती है।
बदलेंगे कमेटी सदस्य
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने एक आदेश जारी कर विद्यालय विकास एवं प्रबन्धन समिति में स्थानीय विधायक के मनोनयन के आधार पर दो सदस्य बनाने के निर्देश दिए है। पूर्व में कांग्रेस सरकार के विधायको के मनोनीत सदस्य इन कमेटियों में थे। इन कमेटियों में पूर्व अन्य सदस्यों में बदलाव के निर्देश नहीं है। सिर्फ विधायक के मनोनीत सदस्य ही बदले जाऐंगे।
एसडीएमसी में 23 सदस्य
अध्यक्ष- प्राचार्य
सदस्य सचिव-प्राचार्य की ओर से वरिष्ठतक शिक्षक
दो सदस्य-अभिभावको में से एससी, एसटी समुदाय के
दो सदस्य-अभिभावको में से महिला प्रतिनिधि
दो सदस्य-अभिभावको में से अन्य प्रतिनिधि
एक सदस्य-सामाजिक विज्ञान का अध्यापक प्रतिनिधि
एक सदस्य-विज्ञान का अध्यापक प्रतिनिधि
एक सदस्य-गणित का अध्यापक प्रतिनिधि
दो सदस्य-शहरी निकाय या पंचायत के प्रतिनिधि सदस्य
एक सदस्य-ऑडिट व वित्त विभाग का एक व्यक्ति
एक सदस्य-शैक्षिक रूप से पिछड़े अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधि
एक सदस्य-महिला समूह में से प्रतिनिधि
एक सदस्य-ग्राम शिक्षा समिति का सदस्य, शिक्षाविद्ध
एक सदस्य-विज्ञान, मानविकी तथा कला, संस्कृति, क्रॉप्ट की पृष्ठभूमि वाले प्रतिनिधि
एक सदस्य-जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से मनोनीत अधिकारी
दो सदस्य-विद्यार्थी प्रतिनिधि
दो सदस्य-विधायक प्रतिनिधि
एसएमसी में 17 सदस्य
अध्यक्ष-अभिभावक
उपाध्यक्ष-अभिभावक
9 सदस्य-अभिभावको में से एससी, एसटी एवं ओबीसी समुदाय
एक पदेन सचिव-संस्था प्रधान
एक निर्वाचित अध्यापक
दो सदस्य-विद्यार्थी प्रतिनिधि
दो सदस्य-विधायक प्रतिनिधि
इनका कहना
राजकीय भींवसरिया बालिका विद्यालय सुजानगढ़ की प्रधानाचार्य शीतल मिश्रा बताती हैं कि कमेटियों में दो सदस्यो के लिए निर्देश मिले है, जल्द ही विधायक से दो नामों को शामिल किया जाएगा।

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