
बीकानेर से खबर : राहत में भी राजनीति,वाही वाही लूटने की होड़
















खुलासा न्यूज़, बीकानेर। कोरोना संक्रमण के चलते किये गये लॉकडाउन के बाद अनेक समाजसेवी,स्वयंसेवी स ंस्थाओं ने बीकानेर में मोर्चा संभालते हुए जरूरतमंदों के लिये आगे आएं है। जो जिला प्रशासन की मदद से शहर के अनेक इलाकों में राहत सामग्री पहुंचा रहे है। तो कुछ प्रवासी अपनी मातृभूमि के लिये कुछ कर गुजरने का मादा रखते हुए शहरवासियों की मदद को आतुरू है। ऐसे ही एक प्रवासी राधाकिशन दम्माणी भी है। जिन्होंने कोरोना संक्रमण से लड़ी जा रही जंग में एक योद्वा के रूप में आगे आएं और करीब 156 करोड़ के कर्णवीर बनकर उभरे। लेकिन इस कर्णवीर द्वारा दिये गये आर्थिक सहयोग पर अब राजनीति होने लगी है। दम्माणी द्वारा सोमवार को अपनी जन्मस्थली के लोगों के लिये 21000 राहत पैकेट देने की बात जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम से अपने समाज के मौजिजों के जरिये की। जिसकी न केवल उनके समाज ने अपितु पूरे जिले के लोगों ने भरपूर प्रशंसा क ी। दुर्भाग्य की बात तो ये है कि उनके इस नेक कार्य की वाहीवाही लूटने की अब होड़ सी मच गई है। जानकारी मिली है कि राहत की इस राजनीति में न केवल उद्योगपति,व्यवसायी और व्यापार स ंगठनों के नामचीन लोग है,बल्कि राजनीति क्षेत्र से जुड़े लोग भी पीछे नहीं है। जो इस बात का तमगा लेने में लगे है कि उनके कहने पर ही डीमार्ट के मालिक राधाकिशन दम्माणी ने ऐसी पहल की है। जबकि इसके पीछे मुख्य रूप से दम्माणी का सामाजिक कुनबा बताया जा रहा है। जिन्होनें अपने स्तर पर दम्माणी से संपर्क साध कर यह अनुकरणीय पहल करने का आग्रह किया और उन्होंने बड़ी विनम्रता के साथ इसे स्वीकार भी किया है।


