
राजस्थान के सभी 305 नगरीय निकायों के लिए नई सड़क नीति: अब मकान और सड़क का लेवल रहेगा एक समान





राजस्थान के सभी 305 नगरीय निकायों के लिए नई सड़क नीति: अब मकान और सड़क का लेवल रहेगा एक समान
राजस्थान। राज्य के सभी 305 नगर निकायों में अब ऊंची सड़क और नीचे मकान जैसी वर्षों पुरानी समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। स्वायत्त शासन व नगरीय विकास विभाग ने स्पष्ट आदेश जारी किए हैं कि अब सड़क की पुरानी परत हटाए बिना उस पर नई डामर या कंक्रीट की परत नहीं बिछाई जाएगी।
‘मिल एंड फिल’ (Mill & Fill) नीति लागू
अब से प्रदेश में सभी सड़कों के नवीनीकरण में मिलिंग मशीन से पुरानी परत हटाकर उसी सामग्री को फिर से सड़क निर्माण में रीयूज़ (reuse) किया जाएगा। इस नई नीति के लागू होने से हर बार सड़क की ऊंचाई बढ़ने की समस्या नहीं रहेगी—यानी मकान और सड़क का लेवल हमेशा एक जैसा रहेगा।
क्यों ला गया ये बदलाव?
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जलभराव की समस्या: पुराने शहरों और कॉलोनियों में लगातार नई परतें चढ़ाने से सड़कें मकानों से ऊंची हो जाती थीं, जिससे बारिश में जलभराव और सीवर बैकफ्लो जैसी समस्याएं होती थीं।
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स्थायी समाधान: अब जिन सड़कों की मरम्मत होगी, उनकी पुरानी परत हटाकर उसी ऊँचाई पर नए सिरे से रोड बनाई जाएगी।
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पर्यावरण और बजट बचत: सड़क निर्माण सामग्री का दोबारा उपयोग संसाधनों की बचत और पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है।
मुख्यमंत्री के निर्देश और राष्ट्रीय मानक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में सभी नगर निकायों को सड़कें ऊंची न करने की सख्त हिदायत दी थी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) भी ऐसी ही तकनीक को पहले से बढ़ावा दे रही है।


