
कंवरसेन लिफ्ट नहर नवनिर्माण में लापरवाही, जांच के नाम पर नोटिस देकर की खानापूर्ति






बीकानेर। महाजन. इंदिरा गांधी नहर परियोजना की 243 आरडी के बीरधवाल हैड से निकलने वाली कंवरसेन लिफ्ट नहर के नव निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर नहर अधिकारियों की ओर से ध्यान नहीं देने से सरकारी धन को दुरुपयोग किया जा रहा है। निरीक्षण टीम के अधिकारी व क्वालिटी कंट्रोल टीम जांच के नाम पर कंपनी का बचाव कर लीपापोती में लगी है।
निगरानी टीम के सहायक अभियंता रामस्वरूप गोदारा, कनिष्ठ अभियंता मांगीलाल कस्वां मौके पर तो पहुंचे, लेकिन अधिकारी जांच के नाम पर कोई कार्यवाही नहीं करते हुए निर्माण कार्य करने वाली कंपनी का बचाव करते दिखे। घटिया निर्माण कार्य के मामले में कंपनी को महज नोटिस जारी कर खानापूर्ति की जा रही है। जबकि नियमानुसार घटिया निर्माण को तुड़वाकर सामग्री की जांच करवाई जानी थी। लेकिन अधिकारी कार्य कोसही ढंग से देख भी नहीं रहे हैं, जिससे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है।
गौरतलब है कि पांच दशक पहले बनी इस नहर के जीर्णोद्वार के लिए पहली बार इस वर्ष राज्य सरकार ने करीब 200 करोड़ का बजट जारी किया था। इस भारी भरकम बजट से नहर की 0 आरडी से लेकर 459 आरडी तक नहर का नव निर्माण कार्य करवाने के साथ इसे कुछ ऊंचा उठाने का काम होना था। नहरबंदी के दौरान नहर की सफाई कर ठेकेदारों ने मशीनों से नव निर्माण कर दिया, लेकन इन दिनों नहर के डोल को ऊंचा करने का कार्य जारी है। जिसकी गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देकर अधिकारियों ने आंख बंद कर ली है।डोल निर्माण में खानापूर्ति-
इन दिनों महाजन-अरजनसर के बीच नहर को ऊंचा उठाकर डोल का निर्माण कार्य हो रहा है। करोड़ों की लागत से हो रहे इस निर्माण कार्य में गुणवत्ता पूर्ण सामग्री नहीं लगाकर बालू मिट्टी में नाममात्र की सीमेंट आदि मिलाकर किया जा रहा है। नहर विभाग के अधिकारियों की और से भी निगरानी के नाम पर महज खानपूर्ति की जा रही है।
रामस्वरूप गोदारा, सहायक अभियंता निगरानी टीम।


