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नयाशहर इलाका बना बदमाशों की शरणस्थली, सबसे ज्यादा अपराधिक लोग इसी इलाके मेंं है सुरक्षित, सबको है राठौड़ी का रुतबा

शिव भादाणी
बीकानेर। अगर देखा जाये तो सबसे ज्यादा बदमाश शहर के नयाशहर इलाके को अपनी शरणस्थली बना रखी है आये दिन इस इलाके में फायरिंग, लूट, चोरी के मामले सामने आ रहे है लेकिन पुलिस ने अभी किसी भी ऐसी घटना का कोई बडा खुलासा नहीं किया है। पहले भी इस इलाके में फायरिंग से एक बच्चे की मौत हो चुकी है इसके अलावा एक बड़े व्यापारी पर खुले आम फायरिंग व बैक में लूट आदि घटनाएं घटित हो चुकी है इसके बाद भी नयाशहर पुलिस गश्त को लेकर अलर्ट नहीं है। नयाशहर इलाके के सर्वादय बस्ती, ब ंगलानगर, रामपुरा, मुक्ता प्रसाद,मुरलीधर व्यास कॉलोनी, भुट्टों का बास आदि ऐसे इलाके है जहां पर बदमाशों की शरणस्थली बनी हुई है। इन इलाकों में अवैध हथियारों की सप्लाई बड़े स्तर पर हो रही है लेकिन पुलिस की हत्थे कोई बड़ा हथियार तस्कर नहीं चढ़ रहा है। अपराध का सबसे बड़ा कारण है नशा जो पूरे शहर में चरम में पहुच गया है गली गली में शाम होते ही नशे की सिरप वाली शिशीयां खुलेआम बिक रही है। नयाशहर इलाके के गोपीनाथ भवन के पास, पुष्करण स्कूल के पास, ईदगाहबारी के पास, नत्थुसर गेट के बाहर, करमीसर रोड़, सांसलोव तालाब के पीछे, नाथ जी का धोरा करमीसर फांटा,उ चुंगी नांका आदि इलाके ही इसी तरह कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहता चौक, आचार्य चौक, सुथारों की बड़ी$गुवाड़ा भट्टडों का चौक के कुछ इलाके,बड़ा बाजार, चाय पट्टी, लक्ष्मीनाथ मंदिर पास,शीतल गेट, आदि ऐसे इलाके है जहां पर नशे की हर तरह का सामान आसानी से मिल जाता है।शाम होते ही जस्सूसर गेट, मोहता चौक, नत्थुसर गेट आदि जगहों पर तस्कर आ जाते है और मौत का सामान बिकता है।अगर कोई नशा करने वाला है तो उसके रात को तीन बजे तकआसानी से नशे का सामान मिल जायेंगा।
पुलिस चाहे तो एक ही दिन में इन तस्करों को पकडक़र अंदर कर सकती है लेकिन पुलिस के हाथ रानीतिक पावर के व्यक्तियों के कारण हाथ बंधे हुए है। एक पुलिस अधिकारी नेबताया कि अगर हमारे ऊपर राजनीतिक दबाब नहीं हो तो शहर से जुआरी व नशे के तस्करों को अगले 24 घंटें में बेनाकाब कर देवें लेकिन छापा मारने के बाद ही तुुरंत फोन आ जाताहै कि यह हमारा आदमी है थोड़ी देर बाद छोटे देना और तो और थाने में उसको वीआईपी सुविधा दी जाती है। पुलिस चाहकर भी कुछ नहीं कर सकती है। अगर किसी पुलिस अधिकार या किसी प्रशासन के अधिकारी ने उनके ऊपर काम कर दिया तो बीकानेर से बाहर का रास्ताा दिखा दिया जाता है।
पुलिस की हर बात होती है थाने से लिक
बड़े मजे की बात है बदमाशों व तस्कारों को पता होता है कि आज किसी थाने में रात कोनसा पुलिस अधिकारी नगर डीओ या थाने पर स्तर पर गश्त पर है। इसका मतलब है किपुलिस की हर बात थाने से बाहर लिक होती है। यह शोचनीय वाला विषय है। सारा खेल रात्रि गश्त पर निर्भर करता है।
होमगार्ड के भरोसे पर है बीकानेर की रखवाली
अगर देखा जाये तो रात्रि गश्त पूरी तरह से चुस्त नहीं है उनके आगे से बिना नंबर की गाडियां निकल रही है उनको पूछने वाला नहीं है कि आप इतनी रात को कहां से आ रहे हो बिानबंर की गाड़ी लेकर वो बेंधडक़ से निकलते है।
बिन्नाणी चौक, मोहता चौक, बड़ा बाजार, ऐसे इलाके है जहां पर शहर के बड़े स्टोरियों का मुख्य ठिकाना है जहां पर करोड़ों रुपये का हिसाब किताब रोज होता है लेकिन पुलिस है कि आज तक इन पर हाथ नहीं डाल सकी है क्योकि इन स्टोरियों को पूरी तरह से रानीतिक संरक्षण मिला हुआ है। जिसके कारण इन स्टोरियों ने पूरे शहर के युवा टीम को खराब करके रख दिया है।
देर रात तक खुलने वाला बाजार अपराध का मुख्य कारण
अगर देखा जाये तो शहर के कई ऐसे इलाके है जहां पर रात के समय ही दुकानें खुलती है जहां पर चाय व अन्य खाने पीने का सामान आसानी से मिल जाती है। इन दुकानों के आस पास अपराधिक लोगों ने अपना सुरक्षित अड्डा बना लिया है जो रात गहराते ही पहुंच जाते है जहां से नशे को लेकर हर बड़ा अपराध एक्टिव होता है। अगर पुलिस दुकानों को बंद भी करवानी चाहे तो शहर के राठौड़ी तुरंत फोन करके खुलवा देते है। क्योकि यह दुकानदार दिनभर राठौडी का हाजिरी बजाते है तो इनको पूरी छूट है। तो कैसे रुकेगा अपराध
शहर में आज भी नशे की सिरप का कारोबार चरम पर है अगर देखा जाये तो रोजाना शाम होने को लेकर रात तीन बजे तक हजारों शिशीयां ऊंच दामों पर बिक रही है यह सारा माला शहर के आचार्य चौक, सुथारों की बड़ी गुवाड़ा, व मोहता चौक, बड़ा बाजार, लक्ष्मीनाथ मंदिर के पास से आता है सिरप के साथ नशे की गोलियां भी बड़े स्तर पर बिक रही है।

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