प्लाट की रंजिश को लेकर हुई हत्या - Khulasa Online प्लाट की रंजिश को लेकर हुई हत्या - Khulasa Online

प्लाट की रंजिश को लेकर हुई हत्या

जयपुर। एडवोकेट एसोसिएशन ने सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ की मुआवजा राशि देने और सरकारी नौकरी की मांग की है।
जोधपुर शहर के भदवासिया अस्पताल के सामने शनिवार शाम 6 बजे सीनियर वकील जुगराज चौहान (55) की 2 युवकों ने चाकू घोंपकर और पत्थर से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद अब रविवार को राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के बैनर तले एडवोकेट से महात्मा गांधी हॉस्पिटल मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। बताया जा रहा है कि 700 वर्गफीट का प्लाट खाली कराने और बेटे के एक्सीडेंट का आरोप लगाने से दोनों आरोपियों ने वकील से रंजिश पाल रखी थी। इसी का बदला लेने के लिए वकील की हत्या कर दी।

रविवार को महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठे बार एसोसिएशन के वकीलों ने सरकार से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने, घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।आरोपियों अनिल और मुकेश ने वकील पत ताबड़तोड़ चाकू से वार किए फिर अनिल ने दो बार सिर पर पत्थर दे मारा। घटना शनिवार को भदवासिया अस्पताल के सामने की है।आरोपियों अनिल और मुकेश ने वकील पत ताबड़तोड़ चाकू से वार किए फिर अनिल ने दो बार सिर पर पत्थर दे मारा। घटना शनिवार को भदवासिया अस्पताल के सामने की है।बार एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष रणजीत जोशी ने कहा- वकील जुगराज चौहान के बेटे का 2 साल पहले मर्डर कर एक्सीडेंट का रूप दिया गया था। दो साल से वे परेशान थे। न्याय के लिए पुलिस अधिकारियों को लगातार ज्ञापन दे रहे थे। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।उन्होंने कहा- शनिवार शाम अनिल और मुकेश ने चाकू और पत्थर से हमला कर जुगराज चौहान का मर्डर कर दिया। इस मामले में दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया था। इसमें तीसरे आरोपी जिसने फोन कर वकील को घर से बुलाया था उसे भी दस्तयाब कर लिया गया है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले में अब तक 3 आरोपी पकड़े जा चुके हैं।उन्होंने बताया- वकील अब धरने पर बैठे हैं। सीएम से वक्त मांगा गया है। हमारी यही मांग है कि इस मामले में और भी दोषी हों तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए। वकील जुगराज के बेटे का मर्डर कर एक्सीडेंट का रूप दिया गया। अब पिता की भी हत्या कर दी गई। यह हत्या रंजिश में की गई है।

रणजीत जोशी ने कहा कि सीएम से हम मांग करेंगे कि पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाए। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। वकील के परिवार में पिता-पुत्र का मर्डर हुआ है ऐसे में परिवार को सुरक्षा दी जाए और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट जो सीएम के मैन्यूफैस्टो में था, उसे वायदे के मुताबिक कानून का रूप दिया जाए।

क्या है 700 वर्गफीट के प्लाट का मामला

कोर्ट के आदेश से वकील जुगराज चौहान ने आरोपियों अनिल और मुकेश से जमीन खाली कराई थी, दोनों पक्षों के बीच जमीन विवाद चल रहा था। आरोपियों का एक 700 वर्ग फीट का प्लाट था, जिसे कोर्ट के आदेश पर जुगराज को सौंप दिया गया था। इससे आरोपी 70 वर्ग फीट के कमरे में रह रहे थे। वकील ने वहां पर मकान बनाकर मजदूरों व अन्य को किराए पर दे दिया था, जिससे किराया आ रहा था। वहीं आरोपियों के पास आय का कोई साधन नहीं था। यह देखकर आरोपियों ने वकील से रंजिश पाल ली।

मंडोर एसीपी ने दोनों पक्षों को बुलाया था

बताया जा रहा है कि शनिवार को दिन में मंडोर एसीपी राजेंद्र दिवाकर ने दोनों पक्षों को बुलाया था। आरोपियों ने बताया कि वे बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे, जिसके चलते तय किया कि परेशान होने से अच्छा है जेल जाना। शाम को उन्होंने वकील जुगराज चौहान के घर लौटने का इंतजार किया। तीसरे आरोपी ने फोन कर वकील को बाहर बुलाया। शाम को 5.45 बजे वकील बाइक पर मंदिर वाला मोहल्ला स्थित घर से निकला तो भदवासिया अस्पताल के सामने उन्हें अनिल और मुकेश ने घेर कर हमला कर दिया। बता दें कि एडवोकेट जुगराज चौहान ने अपने करियर की शुरुआत फ्रूट बेचकर की थी। जुगराज मंदिर वाला मोहल्ला के रहने वाले थे। भदवासिया इलाके में जहां मर्डर हुआ वहां जुगराज वकील बनने से पहले फ्रूट और सब्जी बेचा करते थे। इसके बाद एलएलबी कर वकालत के पेशे में आए। दोनों आरोपी अनिल और मुकेश मंदिर वाला मोहल्ला के पास ही जटिया कॉलोनी में रहते हैं। जिस जगह आरोपियों अनिल और मुकेश ने वकील जुगराज चौहान का चाकू और पत्थर से मर्डर किया, उससे 100 मीटर की दूरी पर 12 अगस्त 2020 को उनके 18 साल के बेटे लोकेश का एक्सीडेंट हुआ था। एक्सीडेंट में लोकेश की मौत हो गई थी। वकील जुगराज चौहान ने एक्सीडेंट का आरोप अनिल और मुकेश पर लगाया था। आरोप था कि बेटे को कार से टक्कर मारकर दोनों ने उसकी हत्या कर दी और मर्डर को एक्सीडेंट का रूप दे दिया।

एडवोकेट के परिवार में अब उनका बेटा जयप्रकाश बीएससी की पढ़ाई कर रहा है। वहीं एक बेटी हेमलता भी है। दोनों फिलहाल धरने पर बैठे हैं। वहीं उनके साथ उनके परिजन समाज के लोग और एडवोकेट भी धरने पर मौजूद हैं।

महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर परिजन और वकील धरने पर बैठे हैं। वकील प्रोटेक्शन कानून के साथ कई मांगें रखी गई हैं।
महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर परिजन और वकील धरने पर बैठे हैं। वकील प्रोटेक्शन कानून के साथ कई मांगें रखी गई हैं।
परिजनों ने बताया कि अपने बेटे की एक्सीडेंट के बाद से जुगराज काफी परेशान थे। आरोप है कि इस मामले को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को भी बताया गया। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते दोनों अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे थे।

एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत जोशी ने बताया पिछले 15 दिनों में तीन एडवोकेट के साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकी है। वर्तमान कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की थी। इसलिए सरकार से अब एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट जल्द लागू करने को लेकर सीएम से मिलने का समय मांगा है।

वकील जुगराज चौहान बार एसोसिएशन के सदस्य थे। वकालत से पहले वे भदवासिया इलाके में फ्रूट बेचा करते थे।
वकील जुगराज चौहान बार एसोसिएशन के सदस्य थे। वकालत से पहले वे भदवासिया इलाके में फ्रूट बेचा करते थे।
राजस्थान हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नाथू सिंह राठौड़ ने बताया कि सीनियर एडवोकेट जुगराज चौहान 2020 में हुए अपने बेटे के एक्सीडेंट के बाद से ही काफी तनाव में थे। पिछले 2 साल से एडवोकेट चौहान ने अपने बेटे की हत्या को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों से भी मिल रहे थे। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को बताया कि कार ने उनके बेटे को टक्कर मारकर उसकी हत्या की गई लेकिन उस पर कोई गौर नहीं किया गया।

वकील जुगराज के बेटे का एक्सीडेंट हुआ था। वकील ने इसका आरोप अनिल और मुकेश पर लगाया था। इसके अलावा वकील ने आरोपियों से एक प्लाट भी खाली करवाया था।
वकील जुगराज के बेटे का एक्सीडेंट हुआ था। वकील ने इसका आरोप अनिल और मुकेश पर लगाया था। इसके अलावा वकील ने आरोपियों से एक प्लाट भी खाली करवाया था।
उन्होंने कहा- परिवार में कमाने वाले अकेले जुगराज ही थे। अब उनके बाद परिवार अनाथ हो गया। अब उनके परिवार में एक पुत्र और पुत्री और पत्नी है। इनके जीवन यापन के लिए सरकार आर्थिक संबल दे। और सरकारी नौकरी की घोषणा भी करें। कहा जिस तरह से दो हत्याएं एक परिवार में हो चुकी है। प्रशासन परिवार को तुरंत सुरक्षा प्रदान करें जोधपुर में शनिवार शाम करीब 6 बजे सीनियर वकील की सरेआम हत्या कर दी गई। 2 युवकों ने पहले उनको कॉल किया और घर से बुलाया। रोड पर बाइक को घेर लिया और चाकू से ताबड़तोड़ हमला करने लगे। इससे मौत नहीं हुई तो आरोपियों ने पत्थरों से सिर कुचल दिया।

जोधपुर कमिश्नरेट पूर्व के एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि माता के थान मुख्य रोड पर अनिल चौहान व मुकेश चौहान ने जुगराज चौहान (55) की चाकू मार कर हत्या की है। वो भदवासिया इलाके के मंदिर का मोहल्ला के रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि लंबे समय से रंजिश चल रही थी। जुगराज के बेटे के एक्सीडेंट में अनिल चौहान और मुकेश चौहान नामजद आरोपी थे। आपसी रंजिश के चलते उन्होंने हत्या की। पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया है। (पूरी खबर पढ़ें)

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