
झोपड़े में लगी आग में जिंदा जल गई मां-बेटी, सिर्फ कंकाल बचा, पिता ने लगाया हत्या का आरोप







बीकानेर। जिले के गजनेर थाना क्षेत्र के चांडासर गांव में बीतीरात को एक दर्दनाक हादसा हो गया है। यहां 22 साल की महिला और उसकी बेटी की जिंदा जलने से मौत हो गई। महिला का पति इसे हादसा बता रहा है। वहीं, पिता का आरोप है कि बेटी और दोहिती को जिंदा जलाकर मार दिया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) तेजस्वनी गौतम ने मौके जानकारी जुटाई। कंकाल बन चुके शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। दरअसल, घटना चांडासर गांव में गुरुवार देर रात करीब एक बजे की है। जहां एक झोपड़े में आग लग गई। एक पक्ष का कहना है कि झोपड़े में रेंवतराम सांसी, उसकी पत्नी ममता सांसी (22) और बेटी खुशी (1) सो रहे थे। इसी दौरान आग लग गई। रेंवतराम की आंख खुल गई, वो बाहर भाग आया। इसी दौरान झोपड़े की छत्त गिर गई। इससे मां-बेटी झुलस गए। इन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। आग बुझाने के बाद मां-बेटी के कंकाल ही नजर आए। ममता का शरीर पूरी तरह जल गया। जो पैर को मोड़े हुए वो जमीन पर लेटी हुई थी। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सोते-सोते ही वो आग की चपेट में आ गई थी। वहीं, मृतका ममता ममता के पिता इसरराम ने उसकी बेटी और दोहिती की हत्या करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि बेटी के पति रेंवतराम, ससुर और सास ने एक राय होकर जलाकर मार दिया। ऐसे में पुलिस इस ऐंगल से भी जांच पड़ताल कर रही है। जानकारी के अनुसार रेंवतराम का एक बेटा भी है, जो रात को अपने दादा के पास सो रहा था। इसी कारण वो बच गया। तीन साल के पंकज को अभी ये अहसास ही नहीं है कि उसकी मां और बहन जिंदा जल गए हैं।


