
दीक्षा महोत्सव में 50 से अधिक संतों व साध्वियों का हुआ मंगल प्रवेश






व्यावर।बीकानेर का सिरताज जिनकी जन्मधरा बीकानेर आचार्य श्री नानालाल जी महाराज साहब के सानिध्य में दीक्षा अंगीकार की ” हुक्मगच्छिय शांत क्रांति साधुमार्गी संघ” महास्थिवर संत मुनि श्री शांति मुनि जी,श्री पारस मुनि जी व प्रेम मुनि जी , संसारिक सोनावत बीकानेर कुलदीप आचार्य श्री विजयराज जी महाराज साहब के सानिध्य में ब्यावर में बड़ी उमंग व जैन ज्योति शासन के जैकारे के साथ ११-०२-२२ को १३ मुमक्षु भाई बहनों ने पंचमहाव्रत महाव्रतधारी कठिन और त्याग के मार्ग पर चलकर कर आचार्य श्री के सानिध्य में दीक्षा लीयुवा संघ अध्यक्ष देवेंद्र बांठिया व संस्था महामंत्री विनोद सेठिया ने बताया कृषि मंडी में गुरुवार को आयोजित दीक्षा महोत्सव में शांत-क्रांति जैन कैलेंडर का विमोचन किया गया। प्रवचन के दौरान श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी शांत-क्रांति जैन युवा संघ की ओर से इस वर्ष का श्री शांत क्रांति जैन कैलेंडर का विमोचन संघ के राष्ट्रीय व स्थानीय संघ पदाधिकारियों ने किया। इस अवसर पर उन्होंने आचार्य सहित अन्य साधु-संतों के चरणों में कैलेंडर समर्पित किया। महोत्सव में 50 से अधिक जैन संतों का समागम हुआ सिद्धार्थ कर्नावट ने बताया कि दीक्षा महोत्सव में 50 से ज्यादा साधु-संतों व साध्वियों का ब्यावर में मंगल प्रवेश हुआ। जो विभिन्न स्थानकों व भवनों में विराजित रहे ।
नवकार भवन – जिनशासन गौरव आचार्य विजयराजजी म.सा. महास्थविर शान्ति मुनिजी म.सा., प्रखर व्याख्याता पारसमुनिजी म.सा.
विद्वान सेवारत्न रत्नेश मुनिजी म.सा., अभिनन्दन मुनिजी म.सा. विनोद मुनिजी म.सा. नवीन प्रज्ञजी म.सा. कौशल मुनिजी म. सा. युग प्रभजी म.सा., धैर्य मुनिजी म. सा जागृत मुनिजी म.सा. अभिनव मुनिजी म. सा. अनुपम मुनिजी म.सा., विदित मुनिजी म.सा. और दिव्यम् मुनिजी म. सा. विराजित रहे।
. दीक्षा महोत्सव के दौरान मुमुक्षुओं का किया गया केश लोच। ब्यावर.
बाबेल निवास आचार्य – म.सा. विजयराजजी आज्ञानुवर्तिनी मरुधर सिंहनी श्री नानुकुंवरजी म. सा. वसुमति जी म.सा पारसकंवर जी म.सा. विजय लक्ष्मीजी म.सा कनकश्रीजी म.सा., कुमुद श्रीजी म.सा., चेलना श्रीजी म.सा., इंदुप्रभा म.सा.. सुरेखा श्रीजी म.सा., निरुपण श्रीजी
म.सा., विकासप्रभाजी म.सा., मुक्ता श्रीजी म.सा. नंदिता श्रीजी म.सा., प्रियदर्शना श्रीजी म.सा., उमीं श्रीजी म.सा., महिमा श्रीजी म.सा., पुष्पशीलाजी म.सा., सिद्धि श्रीजी म.सा. विराज रही है। इनके साथ संथारा साधिका महासती अनोखा कंवर जी भी यहीं विराजित थी।
मूथाजी की बगीची – पदम् श्रीजी, मृदुला श्रीजी, वीणा श्रीजी, मणिप्रभा श्रीजी, निशान्त श्रीजी, विनय श्रीजी, निर्झर श्रीजी सौम्या श्रीजी, अद्वितीय श्रीजी म. सा., नियमप्रभा श्रीजी म.सा. संयम प्रभा श्रीजी म.सा. और जयति श्री जी म.सा. विराजित है।ज्ञान भवन पुष्पावतीजी म.सा., की राज श्रीजी म.सा. सुलभा श्रीजी म.सा, निर्मला श्रीजी म.सा., साधना श्रीजी म.सा., शीलप्रभा जी म. सा., सत्यप्रभा जी म.सा.
चम्पालाल जैन पौषधशाला ताराकंवरजी म. सा., उर्मिला श्रीजी म.सा., कल्पलता श्रीजी म.सा. और लावण्य श्रीजी म.सा. विराजित है।महामंत्री विनोद सेठिया भी मौजूद रहे


