
बीकानेर में भी बने पींथल एवं पातल के स्मारक,ताकि युवा जाने सके इतिहास






राजकुमारी सिद्धि कुमारी विधायक, बीकानेर पूर्व से मिला प्रतिनिधि मण्डल
खुलासा न्यूज,बीकानेर। इतिहास में महापुरूषों के त्याग एवं बलिदान के बारे में तथ्यात्मक जानकारी के अभाव में बीकानेर सहित पूरे राज्य का युवा पथभ्रमित जान पड़ता है तभी तो महापुरूषों का जाति एवं धर्म के नाम पर बांटे जाने का काम किया जा रहा है। जिससे महापुरूषों को लेकर युवा जातिय धड़ो में बंटते जा रहे है, जिसका नुकसान सभ्य समाज को हो रहा है। तभी तो डेली तलाई जैसे प्रकरण दलितों एवं अगडी जाति के युवाओं को आमने-सामने करने एवं वर्ग संघर्ष जैसी स्थितियां पैदा करने का काम करती है। इसी संबंध में बीकानेर सहित विभिन्न जिला मुख्यालय, उपखण्ड मुख्यालय पर महापुरूषों के स्मारक बनने को लेकर बीकानेर युवाओं के प्रतिनिधि मण्डल ने बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी से मुलाकात की।
सोशल एक्टिविस्ट डूंगर सिंह तेहणदेसर ने विधायक सिद्धि कुमारी को जानकारी देते हुए बताया की इतिहास के महापुरूष स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप एवं महान कवि पृथ्वीराज राठौड़ जिनका की काव्य भाषा में नाम है ”पातल एवं पीथलÓÓ का बीकानेर में विधायक कोटे से किसी प्रमुख स्थान पर स्मारक बनाया जाये ताकि आने वाली पीढ़ी एवं तत्कालिक युवा अतुलनीय यौद्धा पातल महाराणा प्रताप एवं महान कवि पीथल पृथ्वीराज राठौड़ जो कि बीकानेर रियासत से संबंध रखते है के बारे में तथ्यात्मक जानकारी ले सके।
डॉ. जितेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि विधायक सिद्धि कुमारी राजस्थान की विधानसभा में प्रत्येक जिला मुख्यालय, उपखण्ड मुख्यालय पर पीथल एवं पातल के स्मारक बनाने की महत्वपूर्ण मांग रखे ताकी इन दोनों महापुरूषों के बारे में सत्यापित जानकारी युवाओं तक पहुंच सके।दिलीप सिंह नयागावं ने बताया की आये दिन महापुरूषों के नाम पर दलित एवं अगड़ी जाति के युवा आमने-सामने रहते है। गत दिनों बीकानेर के डेलीतलाई में एक प्रकरण हुआ जो कि र्दुभाग्यपूर्ण है। महापुरूषों के बारे में तथ्यात्मक जानकारी के अभाव में अक्सर युवाओं के मध्य आधी-अधुरी एवं भ्रमित जानकारियां पंहुचती है इससे ही विवाद एवं तनाव की स्थिति उत्पन्न होती है अत: महापुरूषों के स्मारक बनाया जाना समाज हित में है।
जिग्नेश मीणा के मुताबिक सोशल साइट्स पर आदान-प्रदान की जाने वाली जानकारियां पूर्णत मिथ्या एवं भ्रमित प्रकार की होती है। जिनको युवा बिना अध्ययन किये इधर-उधर परोसते है जिससे समाज में भाईचारा, सौहार्द खराब होता है और वैमन्सय की स्थिति पैदा होती है। इसलिए महापुरूषों के ऐतिहासिक स्मारक बनाना युवा हित एवं समाज हित में है।
पीथल एवं पातल का स्मारक बनाने की पूर्व प्रधान जयवीर सिंह भाटी कोलायत सरपंच ऐसोसियेशन अध्यक्ष प्रतिनिधि जयसिंह हाडला, युवराज सिंह भाटी, महेन्द्र सिंह मनोहर, युद्धवीर सिंह भाटी, डॉ. राजेश राणा, विक्रम सिंह नापासर, विजेन्द्र सिंह गीगासर, सुमेर सिंह भाटी सहित कई मुख्य लोगों ने मांग की है।


