
14 दिन पहले लापता हुए साहूकार का खेत में गड़ा मिला शव, दोस्त ने ही मार डाला, ऐसे आया पकड़ में






खुलासा न्यूज बीकानेर। 14 दिन पहले लापता हुए साहूकार (ब्याज पर रुपए देने वाला) का शव एक खेत में गड़ा मिला है। रकम के लेनदेन को लेकर दोस्त ने ही उसको मार डाला और खेत में दफना दिया। किसी को शक नहीं हो, इसके लिए साहूकार के पिता के संपर्क में रहा। उसको ढूंढने में मदद का नाटक भी करता रहा। एक सीसीटीवी फुटेज ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। मामला चूरू जिले के सुजानगढ़ का है। एसपी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि शहर के वार्ड नंबर 4 के रहने वाले राजेश कुमार सांखला (47) पुत्र सत्यनारायण सांखला ने अपने दोस्त हैदर (25) निवासी तेलीवाड़ा को 30 हजार रुपए उधार दिए थे, जो उसको रोजाना किश्तों में चुकाने थे। 2 महीने में ही ब्याज जोड़कर 45 हजार रुपए हो गया। हैदर अपने दोस्त को रुपए नहीं लौटा पा रहा था। राजेश ने उससे रुपए मांगे। हैदर ने राजेश को निपटाने की तैयारी कर ली। आरोपी हैदर ने मर्डर के दिन ही फावड़े का नया डंडा और चाकू खरीदा था। अपने प्लान के अनुसार हैदर 17 जुलाई को दोपहर करीब 12.30 बजे राजेश के पास गया और कहा कि मेरे साथ चलो। एक आदमी से पैसे लेकर आज तुम्हारें पैसे दे दूंगा। इसके बाद राजेश की ही बाइक पर दोनों चले गए। गनोड़ा रोड के पास असलम के खेत में राजेश के सिर पर डंडे से 4 बार हमला किया। साथ ही पेट पर चाकू से वार किया था। इसके बाद हैदर ने राजेश के शव को वहीं पर गड्ढा खोदकर दफना दिया और बाइक लेकर निकल गया। आरोपी ने राजेश के घर से 1.5 किलोमीटर दूर जमालपुरा कॉलोनी के पास सुनसान जगह पर खड़ी की और घर लौट गया। किसी को उस पर शक नहीं हो, इसके लिए राजेश के पिता सत्यनारायण सांखला के संपर्क में रहा। राजेश को ढूंढने का नाटक भी करता रहा। पुलिस ने जांच के दौरान शहर के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। एक फुटेज में 17 जुलाई को राजेश बाइक पर हैदर के साथ जाता नजर आया, जबकि वापसी में हैदर अकेला दिखाई दिया। एसपी ने बताया कि पुलिस ने हैदर को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा सच उगल दिया। रविवार को पुलिस हैदर को उस खेत में ले गई, जहां उसने राजेश को दफनाया था। पुलिस ने हैदर की बताई जगह पर गड्ढा खोदकर शव को बाहर निकाला। एसपी ने राजेश के मोबाइल और चाकू-डंडे को बरामद करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ये भी पता लगा रही है कि वारदात में और कोई तो शामिल नहीं था।


