मोदी विश्वविद्यालय दे रहा है छात्राओं को विशेष छात्रवृति - Khulasa Online मोदी विश्वविद्यालय दे रहा है छात्राओं को विशेष छात्रवृति - Khulasa Online

मोदी विश्वविद्यालय दे रहा है छात्राओं को विशेष छात्रवृति

बीकानेर। लक्ष्मणगढ़ स्थ्ति मोदी विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को बीकानेर के होटल सागर 3 बजे से एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। इसमें बीकानेर के मुख्य इलेक्ट्रोनिक और प्रिन्ट मीडिया के पत्रकारों से विश्वविद्यालय में शुरू होने वाले नये सत्र से संबधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय कोरोना के इस दौर में भी शिक्षा द्वारा नारी सशक्तिकरण के अभियान को सतत् आगे बढ़ाते रही है। विश्वविद्यालय अपने समाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए भी हमेशा से प्रतिबद्ध रही है। राज्य और देष भर में बारहवीं के परिणाम आने के बाद बच्चों मे एक नया जोष है और ये नयी पीढ़ी कोराना जैसी महामारी से लड़ते हुए अपने बेहतर लिए पुरी तरह से तैयार है। राजस्थान सहित देशभर के छात्राओं के लिए मोदी विश्वविद्यालय ने इस साल भी कुछ खास छात्रवृति की घोषणा की। इसके साथ ही शिक्षा के नये परिदृश्य और मोदी विश्वविद्यालय के वर्तमान परिपेक्ष्य को लेकर भी मिडिया से रू ब रू हुए।
मोदी विश्वविद्यालय के डीजीएम एडमिशन प्रबीण झा एवं पीआरओ, राजीव सिंह ने सबसे पहले देश भर के सभी छात्र छात्राओं को 12वी के परिणाम के लिए बधाई दी। इसके साथ ही मोदी विश्वविद्यालय के सभी अव्वल छात्राओं को भी बधाई प्रेशित किया। गौरतलब है कि मोदी स्कूल के आर्ट्स संकाय की छात्रा 98.4 प्रतिशत अंको के साथ अव्वल रही जबकि सांइस मेें 97 प्रतिशत और कॉर्मस में 98.2 प्रतिशत अंको के साथ मोदी स्कूल की छात्रा ने अव्वल स्थान प्राप्त किया।
कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में मोदी स्कूल और विश्वविद्यालय छात्राओं की शिक्षा को अनवरत जारी रखना चाहती है और इसी के मदद्ेनजर स्कूल एवं विश्वविद्यालय कई स्तर पर छात्राओं के लिए छात्रवृति लेकर आयी है, ताकि आर्थिक स्थिति किसी के भी शिक्षा के आड़े न आ सके। डीजीएम एडमिशन प्रवीण झा ने बताया कि मोदी स्कूल ने नये एडमिशन प्रक्रिया में प्रवेष परीक्षा और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर 30 प्रतिशत तक छात्रवृति की घोषणा की। स्कूल स्तर पर छात्रवृति का ये अनूठा पहल पुरे राज्य के लिए एक मिसाल है। अमूमन स्कूल स्तर पर विद्यालयों में छात्रवृति की योजना न के बराबर देखने को मिलती है। इसके साथ ही मोदी स्कूल आस पास के हर उस क्षेत्र से छात्राओं के लिए बस की भी सुविधा मुहैया कराएगी जंहा पर छात्राओं की संख्या 15 या फिर उससे ज्यादा हो।
मोदी विश्वविद्यालय इस कठिन दौर में सभी तरह के छात्राओं को छात्रवृति के माध्यम से अर्थिक सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी के तहत स्नातक और स्नातकोत्तर के सभी छात्राओं को पिछली परिक्षा में प्राप्त अंको का 50 प्रतिशत तक की छात्रवृति मुहैया कराएगी। मसलन अगर किसी छात्रा को बारहवीं में 80 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं तो उस छात्रा को टयूशन फ्री में प्राप्त अंकों का आधा अर्थात् 40 प्रतिषत तक की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। ये छात्रवृति स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों के लिए लागू है। गौरतलब है कि ये छात्रवृति प्रथम वर्ष के ट्यूशन फी के लिए दी जाती है। इसके बाद द्वितीय वर्ष में विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित मानक अंको को प्राप्त करने पर इस छात्रवृति को जारी रखा जाएगा। अगर किन्हीं कारणों से छात्रा द्वितीय वर्ष में निर्धारित अंक नहीं प्राप्त कर पाती है तो फिर से तृतीय वर्ष में उसके लिए निर्धारित अंकों का मानक होता है, जिसे वो प्राप्त करके वापस छात्रवृति प्राप्त कर सकती है। इस व्यवस्था का उदद्ेश्य है कि छात्रा लगातार अपनी पढ़ाई पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दे साथ ही अभिभावकों पर आर्थिक बोझ कम पड़े ताकि हर वर्ग के बच्चों को बराबर का अवसर प्राप्त हो सके।
इसके साथ ही मोदी विश्वविद्यालय की विषेश छात्रवृति योजना के तहत, पुलिस, सेना और अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत या सेवानिर्वत जवानों के बच्चों को पुरी पढ़ाई के दौरान ट्यूश्न फी में 45 प्रतिषत की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। जबकि सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के षहीद जवानों के बच्चियों को 55 प्रतिषत तक की छात्रवृति प्रदान की जाएगी।
विभिन्न छात्रवृति योजनाओं के साथ ही मोदी विश्वविद्यालय ऑनलाइन षिक्षा के दौरान भी कई नये आयामों को छुआ है। मसलन महामारी और लॉकडाउन के दौरान भी विश्वविद्यालय की 100 प्रतिशत छात्राओं को सफलता पूर्वक प्लेसमेंट हुआ है। गौरतलब है कि इस वर्श विष्वविद्यालय की छात्रा ने अधिकतम 55 लाख रुपये की सैलरी प्राप्त की है, जबकि एवरेज 14 लाख रूप्ये रहा। इसके साथ ही इंटर्नशिप में छात्राओं को अधिकतम 80 हजार रूप्ये का स्टाइपेंड प्राप्त हुआ और इंर्टनषिप में विष्व की बेहतरीन यानि की फार्चून 500 कम्पनियों में इन्हें ये मौका मिला। जाहिर सी बात है कि ये मुकाम हासिल करने के लिए मोदी विश्वविद्यालय ने सतत् कार्य किया है। नयी शिक्षा नीति के तहत् स्कील बेस्ड शिक्षा के साथ ही एक्सपेरिमेंटल लर्निंग पर विषेश बल दिया जा रहा है। बात चाहे वेबिनार के माध्यम से शिक्षा और उद्योग के सामंजस्य की हो या फिर नई टेक्नोलॉजी की, मोदी विष्वविद्यालय छात्राओं को हर प्लेटफार्म मुहैया कराता है। छात्राओं को वैश्विक स्तर की शिक्षा के साथ अन्य स्किल में भी पारंगत कराया जाता है ताकि ये हर चुनौतियों के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें। इसी के तहत मोदी विश्वविद्यालय इंगलिश लैंग्वेज ट्रेनिंग कैम्प का भी आयोजन करती है ताकि बच्चे इंटरव्यू के साथ ही साथ एक बेहतर मुकाम को प्राप्त करने में सक्षम हो सकें।
गौरतलब है कि इस प्रेस कांफ्रेंस में बीकानेर के डा. चन्द्र शेखर श्रीमाली भी उपस्थित रहे जो कि देश के एक जाने माने कैरियर परामर्शदाता हैं। श्रीमाली समय समय पर छा़त्रों को बेहतर दिशा निर्देश देकर उन्हें एक मुकाम तक पंहुचाने का काम बखुबी करते हैं। मोदी विश्वविद्यालय में दाखिले के दौरान भी श्रीमाली जी छात्राओं को बेहतर विशय के चुनाव में हमेशा मदद करते रहे हैं।
देष के अग्रणी महिला विश्वविद्यालय के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुके मोदी विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नात्कोत्तर के अलावा पीएचडी की भी पढ़ाई होती है। आटर््स, साइंस के साथ ही प्रत्रकारिता एवं जन संचार, मैनेजमेंट, लॉ, इंजिनयरिंग के अलावा डिजाइन, आकर््िटेक्चर सहित कई सारे विषयों पर कोर्स कराए जाते हैं। आधुनिक सुख सुविधाओं से युक्त मोदी विश्वविद्यालय छात्राओं के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26