
विधायक गोदारा का विवादों से रहा है नाता, अब आइएएस अफसर पर आरोप लगाकर आए चर्चा में






खुलासा न्यूज, बीकानेर। लूनकरणसर विधायक सुमित गोदारा का हमेशा से विवादों से नाता रहा है। वे कभी प्रशासनिक अधिकारी तो कभी पुलिस अधिकारी से सरेआम भिड़ते, यहां तक कि गाली-गलौज करते नजर आए हैं। अब एक बार फिर विधायक के बोल चर्चा में है। चर्चा इसलिए हो रही है कि विधायक ने सोमवार को सदन में संभागीय आयुक्त नीरज के पवन पर खूब गंभीर आरोप लगाये। जानकारों का कहना है कि विधायक गोदारा द्वारा संभागीय आयुक्त पर बोलना वाजिब था क्योंकि उनके क्षेत्र में संभागीय आयुक्त ने किसी की न सुनते हुए अतिक्रमण पर कार्रवाई कर डाली जो संभागीय आयुक्त द्वारा पिछले लंबे समय से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही हैं।
इससे पहले विधायक गोदारा कोरोना काल के समय कोटगेट थानाधिकारी धरम पूनियां से भिड़ गए थे। उस दौरान गरमा-गर्मी में आए विधायक गोदारा ने सीआई को न जाने क्या-क्या सुना दिया था। यहां तक कि तू-तड़ाके में आ गए थे। इसके अलावा एक कार्यक्रम में विधायक द्वारा बीडिओ से उलझना चर्चा का विषय बना था। जिसमें फाइन पर साइन न करने की बात को लेकन विधायक ने बीडियो को भरा-बुरा कह डाला था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। ऐसे में पूरा आंकलन किया जाए तो विधायक गोदारा का अधिकारियों में हमेशा विवादों का नाता रहा है।
विधायक के इस रवैये से जनता भी परेशान
वहीं, लूनकरणसर विधानसभा क्षेत्र की जनता भी विधायक के इस रवैये से नाराज है। लोगों का कहना है कि विधायक के इस गर्म रवैये के कारण आज क्षेत्र विकास के मामले में पिछड़ गया। विधायक की अधिकारियों से उलझने की आदत ने न केवल विधायक को व्यक्तिगत नुकसान पहुंचाया है बल्कि पूरे क्षेत्र की जनता को नुकसान पहुंचाया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पिछले पांच साल में विधायक के राज में क्षेत्र में विकास कार्य रूक सा गया है। क्षेत्र की जनता वोट देकर अपने-आप में ठगा महसूस कर रही है। कुछ गांव तो ऐसे हैं जिनको विधायक ने चुनाव जीतने के बाद मुड़कर भी नहीं देखा। ऐसे में उन गांवों के ग्रामीणों में विधायक के इस मतलबी रवैये को लेकर रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि समय आने पर इसका जवाब जरूर दिया जाएगा।


