
इंजेक्शन के मामले में डागा के साइन नहीं करने पर मित्तल फार्म ने अंजाम भुगतने की दी धमकी






खुलासा न्यूज बीकानेर। शहर में रेमडेसिवियर इंजेक्शन के कालाबाजार के मामले में एसओजी के द्वारा परते उखड़े रही है। इसमें लिप्त सभी जनों से बड़ी गंभीरता से पूछताछ कर रही है। इसमें शामिल कुछ फार्मा ने शहर के नामी डॉक्टरों के नाम से फर्जी तरीके से बिल बनाकर रेमडेसिविसर इंजेक्शनों को मंहगे दामों में बेच डाले। इस मामले में शहर नामी डॉक्टर धनपत डागा का नाम भी सामने आया जिसमें उनके नाम से बिल बनाकर इंजेक्शन खरीदने का प्रकरण था। जब इस मामले में धनपत डागा को एसओजी के द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उन्होने तनाव में आकर अपनी हाथों की नसों को काट लिया। अब इसमे एक नया मोड आया है। डॉक्टर धनपत डागा की पत्नी डॉ. कल्पना डागा निवासी भारतीय स्टेट बैंक के पीछे रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र ने मॉर्डन मार्केट स्थित मित्तल फार्मों एजेन्सी के मालिक कांति मित्तल व उसके अन्य साथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कोटगेट थाने में मामला दर्ज करवाया है। डॉक्टर कल्पना डागा ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि मित्तल फार्मा एजेन्सी के मालिक कांति मित्तल व उसके अन्य साथी ने रेमडेसिवियर इंजेक्यशनों के फर्जी ऑर्डर तैयार कर फर्जी बिला बनाकर धोखाधड़ी पूर्व छलकपट द्वारा स्वयं के लाभ व मरीजों को हानि पहुंचाने के लिए इन रेमडेसिवियर इंजेक्शनों की कालाबाजार करते हुए उन्हें निर्धारित दरों से कई गुना महंगे दामों पर लोगों को बेचने पर एसओजी द्वारा इन पर कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज किया इस ममाले में में बचने के लिए मित्तल फर्मा के मालिक कांति मित्तल व अन्य ने रेमडेसिविसर इंजेक्शनों के लिए बैकडेट में फर्जी व कूटरचित बिल बाउचर ऑर्डर के रुप में काम लेेने हेतु मेरे घर पर एक आदमी को भेजा उस समय मै व मेरे पर घर पर थे। उस व्यक्ति ने कहा कि कांति मित्तल ने कुछ कागजों भेजे है जिस पर डॉक्टर साहब के हस्ताक्षर करवाने है इस पर मेरे पति ने कागजों को देखा तो कागज बिल थे जो रेमडेसिवियर इंजेक्श्नों से संबंधित बैकडेट में तैयार किए हुए थे। जबकि मेरे पति ने इंजेक्शन कभी मंगवाए ही नही थे इसलिए हस्ताक्षर करने से मना कर दिया और इन बिलों की फोटो अपने मोबाइल से खीचकर अपने पास रख ली। ये बिल कांति मित्त ने मेरे पति के नाम कूटरचित व फर्जी तरीके से तैयार किए है ये बिल कांंति मिम्म व उसके साथियों ने फर्जी तरीके से तैयार किए है। उसके बाद से काति मित्तल मेरे पति को लगातार फोन कर धनपत डागा को धमका रहा है और कहा रहा है कि यदि रेमडेसिवियर इंजेक्श्रों के इन फर्जी बिलों पर आपने हस्ताक्षर नहीं किए तो अंजाम बुरा होगा। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 420, 465, 467, 468, 471, 384, 387, 389, 506, 120, भादस 3/7 ई/सी एक्ट धारा 17, 17ए, 17बी, 27 बी (1) 27 सी, 27 डी औषधी अधिनियम और प्रसाधन सामाग्री अधिनियम एवं धारा 51बी, 53 आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं धारा 3 महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच कोटगेट थानाधिकारी मनोज माचरा स्वयं कर रहे है।


